वर्चुअल वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की तैयारी: एयरपोर्ट जैसा हाईटेक होगा उज्जैन रेलवे स्टेशन, पीएम मोदी करेंगे भूमि पूजन

Ujjain Railway Station as Airport: उज्जैन रेलवे स्टेशन का कायाकल्प होने वाला है. कुंभ मेला शुरू होने से पहले यहां के स्टेशन को एयरपोर्ट जैसी सुविधाओं के साथ तैनात किया जाएगा. प्रधानमंत्री मोदी भूमि पूजन के लिए वर्चुअली आधार रखेंगे.

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जल्द ही नए लुक में नजर आएगा उज्जैन रेलवे स्टेशन

Ujjain Railway Station: सिंहस्थ कुंभ मेला (Simhastha Kumbh Mela) से पहले उज्जैन रेलवे स्टेशन (Ujjain Railway Station) का स्वरूप और सुविधाएं एयरपोर्ट (Airport) की तर्ज पर विकसित होने जा रही हैं. इस स्टेशन के साथ देश के अन्य 554 स्टेशनों के विस्तार को मूर्तरूप देने के लिए 26 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) वर्चुअली इनका भूमि पूजन करेंगे. आयोजन की तैयारी को लेकर शनिवार को सांसद अनिल फिरोजिया उज्जैन रेलवे स्टेशन पहुंचे और अधिकारियों के साथ मिलकर कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण किया. दावा किया जा रहा है कि इस कार्यक्रम में करीब 30 लाख लोग वर्चुअली जुड़ेंगे जो खुद में एक विश्व रिकॉर्ड (World Record) होगा.

केंद्र सरकार ने दी 41 हजार करोड़ रुपए की मंजूरी

सांसद फिरोजिया ने बताया कि देशभर के 554 रेलवे स्टेशन के विस्तारीकरण के लिए केंद्र सरकार ने 41 हजार करोड़ रुपए की मंजूरी दी है. 850 करोड़ रुपए की लागत से उज्जैन रेलवे स्टेशन को एयरपोर्ट की तर्ज पर विकसित करके सर्वसुविधा युक्त बनाया जाएगा. वहीं जिले के तीन स्टेशन, नागदा, खाचरोद और रूपेटा स्टेशन का विस्तार किया जाएगा. इस विस्तारीकरण कार्य का भूमि पूजन 26 फरवरी सुबह 10.30 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्चुअली करेंगे. कार्यक्रम को लेकर सभी स्टेशनों पर तैयारी की जा रही है.

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वर्चुअल वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की तैयारी

रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि पीएम का यह कार्यक्रम उज्जैन रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 1 स्थित माल गोदाम के समीप होगा. 554 स्टेशनों के वर्चुअली भूमि पूजन के कार्यक्रम में लगभग 30 लाख लोग वर्चुअली जुड़ेंगे, जो खुद में एक विश्व रिकॉर्ड होगा. कार्यक्रम से पहले सभी संबंधित अधिकारी स्टेशन की जांच करते नजर आए.

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झालावाड़ लाइन को भी हरी झंडी

सांसद फिरोजिया ने बताया कि उज्जैन झालावाड़ मीटर गेज रेल लाइन 1932 में डाली गई थी. लेकिन 1975 में इंदिरा गांधी शासन में इसे उखाड़ कर फेंक दिया गया था. इसके बाद जनता की मांग पर पूर्व सांसद और फिरोजिया ने लगातार प्रयास किया. बाद में प्रधानमंत्री और रेल मंत्री ने मंजूरी देते हुए डीपीआर के लिए 4.75 करोड़ रुपए स्वीकृत किए. जल्द ही डीपीआर बनने के बाद रेल लाइन का काम शुरू हो जाएगा, जिससे दिल्ली जाने का एक और मार्ग खुल जाएगा.

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