
Pachmarhi: मध्यप्रदेश की प्राकृर्तिक खूबसूरती से हर कोई वाकिफ है. मध्यप्रदेश में कई हिल स्टेशन (MP Hill Stations) है जिसका दीदार करने दूर-दूर से लोग आते है. उन्हीं में से एक है एमपी का खूबसूरत हिल स्टेशन पचमढ़ी "सतपुड़ा की रानी" के नाम से मशहूर है. जिसे पचमढ़ी कैंट (Pachmarhi Cantt) भी कहा जाता है. मध्यप्रदेश के होशंगाबाद जो अब नर्मदापुरम के जाना जाता है, जिले में स्थित पचमढ़ी 1100 मीटर की ऊंचाई पर बसा हुआ है. यदि आप भी इन सर्दियों में कहीं घूमने का प्लान बना रहे हैं तो एक बार पचमढ़ी का नजारा (Natural Beauty) देखने ज़रूर जाएं.
पचमढ़ी (Pachmarhi) की सुंदरता भारी संख्या में पर्यटकों को लुभाती है यहाँ सैलानियों का ताँता लगा रहता है सिंधु और सतपुड़ा की सुंदर पहाड़ियों से घिरा ये पर्यटन स्थल (Tourist Place) मध्य प्रदेश का सबसे ऊँचा पर्यटन स्थल है. पचमढ़ी का पौराणिक और ऐतिहासिक महत्व भी है.
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ऐसे पड़ा पचमढ़ी नाम
पचमढ़ी दो शब्द से मिलकर बना है, पंच जिसका अर्थ है पाँच और मढ़ी अर्थात गुफा से मिलकर बना हुआ. पचमढ़ी में पाँच गुफाएं मौजूद है जहां पांडवों ने महाभारत काल में अपने वनवास के दौरान यहाँ समय बिताया था. ये गुफाएं एक ऊँचे पर्वत शिखर पर मौजूद है.
गोंड जनजाति का हुआ करता था राज
पहले पचमढ़ी पर गोंड जनजाति का राज हुआ करता था. ब्रिटिश राज से पहले पचमढ़ी इसी जनजाति की राजधानी थी. अंग्रेजों ने भी पचमढ़ी को मध्यप्रदेश की राजधानी बनाया था. खूबसूरत वॉटर फॉल से लेकर बहती नदियां मनमोहक घाटियां इत्यादि प्राकृतिक सौंदर्य पचमढ़ी में देखने को मिलते हैं.
प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है पचमढ़ी
पचमढ़ी में धूपगढ़, चारूगढ़, पांडव गुफाएं, जल प्रपात, महादेव मंदिर इत्यादि काफी प्रसिद्ध स्थल है. खूबसूरती से भरपूर पचमढ़ी का दीदार करने दूर-दूर से पर्यटक यहाँ आते हैं. यहाँ बना जल प्रपात 2800 से भी अधिक ऊँचा है. वहीं महादेव मंदिर में एक खूबसूरत गुफा है जो 30 मीटर लंबी है.