
National Train Enquiry System, Indian Railways: भोपाल रेलवे स्टेशन (Bhopal Railway Station) के पूछताछ काउंटर पर एक नई तकनीकी क्रांति की शुरुआत हुई है. अब ‘नेक्स्ट जनरेशन एनटीईएस (National Train Enquiry System) यानी नेशनल ट्रेन एनक्वायरी सिस्टम पोर्टल की मदद से पूछताछ पर कार्यरत रेलवे कर्मचारी पहले से कहीं अधिक सक्षम हो गए हैं. वे अब यात्रियों को न केवल तुरंत जानकारी दे सकेंगे, बल्कि पहले से अधिक सटीक, विस्तृत और रियल टाइम उत्तर भी दे पाएंगे. यह कदम भारतीय रेलवे के डिजिटल परिवर्तन अभियान का हिस्सा है, जो न केवल यात्रियों की सुविधा बढ़ा रहा है, बल्कि फ्रंटलाइन रेलवे कर्मचारियों को तकनीक से लैस कर रहा है, ताकि वे और बेहतर सेवा दे सकें.
डिजिटल भारत डिजिटल रेल - भारतीय रेल की NTES एप यात्रियों को ट्रेनों के बारे में सही जानकारी बिना किसी देरी के उपलब्ध कराती है , जिससे यात्रियों के समय की बचत के साथ साथ उनकी यात्रा भी सुविधाजनक होती है। pic.twitter.com/0DjFoOUHhP
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) June 27, 2019
रियल टाइम डाटा मिलेगा : DRM भोपाल
वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक सौरभ कटारिया ने बताया कि इस अत्याधुनिक पोर्टल के जरिए अब स्टेशन पर तैनात कर्मचारी कोच पोजिशन, ट्रेन की वर्तमान स्थिति, संभावित विलंब, आगमन-प्रस्थान की वास्तविक टाइमिंग और अगले 8 घंटे में आने वाली ट्रेनों की पूरी जानकारी एक क्लिक में उपलब्ध हो रही है. यह सारा डेटा रियल टाइम में अपडेट होता है, जिससे पूछताछ कर्मचारी बिना किसी देरी के हर सवाल का जवाब दे सकता है.
भारतीय रेल द्वारा यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए नेशनल ट्रेन इंक्वायरी सिस्टम (NTES) वेबसाइट/मोबाइल ऐप की सुविधा उपलब्ध है । जिसके ज़रिए यात्री देश के किसी भी हिस्से से ट्रेन के आगमन, प्रस्थान सहित अन्य तमाम जानकारी प्राप्त कर सकते हैं । pic.twitter.com/yOfSC5fNrU
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) August 16, 2019
इस तकनीक से सबसे बड़ा बदलाव यह हुआ है कि अब यात्रियों को जवाब के लिए इंतजार नहीं करना पड़ता, और स्टेशन पर भ्रम की स्थिति खत्म होती है. लेकिन इस बदलाव का मुख्य केंद्रबिंदु पूछताछ काउंटर का कर्मचारी है, जो अब इस सिस्टम के जरिए पहले से कहीं अधिक दक्षता और आत्मविश्वास के साथ सेवा दे पा रहा है.
इस कदम के प्रमुख लाभ
- कर्मचारी को तुरंत सटीक जानकारी मिलने से यात्रियों को तेजी से और भरोसेमंद उत्तर मिल रहे हैं.
- कोच पोजिशन की पूर्व जानकारी से यात्रियों को भीड़ से बचते हुए सही स्थान पर समय से पहुंचने में मदद.
- रियल टाइम अपडेट्स से यात्रियों की उलझन और मानसिक तनाव में कमी.
- स्टेशन स्टाफ की कार्यक्षमता में सुधार और यात्री सेवा के स्तर में उल्लेखनीय वृद्धि.
यह सुविधा वर्तमान में भोपाल मंडल के 7 प्रमुख स्टेशनों – भोपाल, रानी कमलापति, संत हिरदाराम नगर, बीना, गुना, इटारसी एवं विदिशा – पर क्रमशः लागू की जा रही है.
यह भी पढ़ें : CM मोहन का बेंगलुरु दौरा! MP के गौहरगंज में बनेंगे वंदे भारत-मेट्रो ट्रेन के कोच, BEML में मिली हरी झंडी
यह भी पढ़ें : Sai Cabinet: "मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता अभियान" से लेकर औद्योगिक विकास नीति तक साय सरकार ने लिए अहम फैसले
यह भी पढ़ें : Ambedkar Statue Controversy: ग्वालियर हाईकोर्ट में अंबेडकर की प्रतिमा को लेकर बवाल, जानिए पूरा मामला
यह भी पढ़ें : Ladli Behna Yojana 24th Installment: सीधी से CM मोहन यादव सीधे भेजेंगे लाडली बहनों को 24वीं किस्त