सावधान! मौत की घंटी बन रही पानी की टंकी... दहशत के साए में रहते हैं यहां के रहवासी

MP News: विदिशा शहर में कुछ पानी की टंकियों का निर्माण 15 साल पहले कराया गया था, लेकिन पानी की सप्लाई कुछ टंकियों में कई वर्षों के इंतजार के बाद शुरू हुई, इससे पानी की टंकी पूरी तरह से जर्जर हो गई. अब उन पानी की टंकियों से पानी का रिसाव शुरू हो गया.

विज्ञापन
Read Time: 4 mins

Vidisha News: मध्य प्रदेश की सियासत में विदिशा जिला हमेंशा से अहम केंद्र रहा है. इस लोकसभा क्षेत्र (Vidisha Lok Sabha Seat) को वीवीआईपी सीट (VIP Seat) माना जाता है, यहां से कई दिग्गज नेता चुनाव लड़ और जीत चुके हैं, लेकिन जिला मुख्यालय के रंगियापुरा इलाके में लोगों का हर लम्हा दहशत में गुजरता है. यहां के लोगो का मानना है हमारा इलाका कभी भी बड़े हादसे का शिकार हो सकता है, यही वजह है कि बहुत सारे लोग हादसे के डर से अब इलाके के बाहर जाकर रहने के लिए मजबूर हो रहे हैं. डर की वजह इस इलाके में लोगों को पानी सप्लाई के लिए बनाई गई पानी की टंकी है, जो अब मौत की घंटी की तरह स्थानीय लोगों के दिमाग में बज रही है. यहां पानी की बड़ी टंकी का निर्माण कराया गया था, अब यह विशाल पानी की टंकी पूरी तरह जर्जर हो चुकी है, इससे पानी रिसने (Leak) लगा है, इस कारण इलाके के लोगों में यह खौफ बना रहता है कि यह पानी की टंकी कभी भी गिर सकती है, जिससे इलाके में बड़ा हादसा हो सकता है. 

पूरी तरह खस्ताहाल हो चुकी पानी की टंकी

रंगियापुर इलाके में बनी पानी की टंकी पूरी तरह से खस्ताहाल हो चुकी है. टंकी में बड़ी-बड़ी दरारें पड़ चुकी हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि टंकी से पानी भी रिसता रहता है. पानी की टंकी के नीचे करीब 15 परिवार टपरे डालकर रहते हैं.  टंकी के नीचे की जमीन कीचड़ व दलदल में तब्दील हो गई है, यहां हमेशा ही पानी भरा रहता है. कई बार नगर पालिका को शिकायत दर्ज करवा चुके हैं, लेकिन अधिकारियों से आश्वासन के अलावा कुछ और हाथ नहीं लगा.

Advertisement

टंकी की रेलिंग पर असामाजिक तत्वों का कब्जा

स्थानीय लोगों का कहना है पानी की टंकी के आसपास जो बाउंड्री बाल की गई थी, वो असामाजिक लोगों द्वारा तोड़ दी गई है और टंकी की रेलिंग पर असामाजिक तत्वों ने अपना कब्जा जमा लिया है. अब हर दिन रेलिंग पर कुछ लोगों द्वारा नशा किया जाता है.

Advertisement

जल आवर्धन योजना के अंतर्गत शहर में 6 टंकियों का कराया था निर्माण

सरकार द्वारा जल आवर्धन योजना के अंतर्गत शहर में 18 करोड़ रुपए की लागत से 6 पानी की टंकियों का निर्माण कराया गया था. निर्माण के दौरान कई पानी की टंकियों को रिजेक्ट भी किया गया, जिन्हें आज अधूरा बनाकर छोड़ दिया गया है, उसमें रानी दुर्गावती पार्क की पानी की टंकी शामिल है.

Advertisement

15 साल पहले बनी पानी की टंकियों में अब शुरू हुई पानी की सप्लाई

शहर में कुछ पानी की टंकियों का निर्माण 15 साल पहले कराया गया था, लेकिन पानी की सप्लाई कुछ टंकियों में कई वर्षों के इंतजार के बाद शुरू हुई, इससे पानी की टंकी पूरी तरह से जर्जर हो गई. अब उन पानी की टंकियों से पानी का रिसाव शुरू हो गया.

भोपाल में जर्जर टंकी गिरने से सात लोगों की गई थी जान

भोपाल स्थित साईं मंदिर के पास दस साल पुरानी पानी की टंकी गिरने का मामला सामने आया था, देर रात इलाके में पानी की टंकी फट गई थी, इस हादसे में सात लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी, तब शिवराज सरकार ने पुरानी पानी की टंकियों का सर्वे कराकर जांच पड़ताल की बात कही थी, लेकिन समय के साथ यह फरमान ठंडे बस्ते में चला गया.

विदिशा प्रशासन की कर रहा बड़ी अनहोनी का इंतजार

विदिशा स्थानीय प्रशासन भी एक बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है. शहर में एक नहीं बल्कि 6 पानी की टंकियां है जो पूरी तरह से जर्जर हो चुकी हैं. जर्जर टंकियों के वाशिंदे प्रशासन से आवेदन से लेकर निवेदन तक कर चुके है, लेकिन उन्हें आश्वासन के अलावा कुछ भी हासिल नहीं हुआ है. जब इस मामले में जिला कलेक्टर बुद्धेश कुमार वैद्य से सवाल किया गया तो उनका कहना है कुछ पानी की टंकियों में तकनीकी कमियां हैं, जिस कारण कुछ का काम रुकवा दिया गया था. हम जल्द इस समस्या का निराकरण करेंगे.

यह भी पढ़ें : Narayanpur Naxal Encounter: नारायणपुर में सुरक्षा बल के जवानों और नक्सलियों के बीच ज़बरदस्त मुठभेड़

यह भी पढ़ें : यहां हर दूसरे दिन होता है एक्सीडेंट... भोपाल-विदिशा हाइवे में ये जगह बनी हादसों का हॉट स्पॉट

यह भी पढ़ें : PoK लेकर रहेंगे! रांची में शिवराज ने कहा-राहुल गांधी को थोपा गया, CONG, JMM, RJD तीन तिगाड़ा काम बिगाड़ा

यह भी पढ़ें : गिरफ्त में "पुलिस"! छाछ-आम जैसे कोडवर्ड, 2 से 10 लाख में मान्यता का सौदा, देखिए NDTV नर्सिंग कॉलेज पड़ताल

Topics mentioned in this article