Naxal Surrender in Balaghat Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश सरकार को नक्सलवाद के खात्मे की दिशा में बड़ी कामयाबी मिली है. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के समक्ष बालाघाट जिले में 10 नक्सलवादियों ने आत्मसमर्पण किया है. खास बात यह है कि आत्मसमर्पित माओवादी दल में 4 महिला नक्सलवादी भी शामिल हैं.
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की गरिमामयी उपस्थिति में बालाघाट में पुनर्वास से पुनर्जीवन के अंतर्गत आयोजित कार्यक्रम में नक्सलियों का आत्मसमर्पण https://t.co/gQCjJGelxV
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) December 7, 2025
समर्पित नक्सलवादियों में SZCM, ACM और PM पदों पर सक्रिय रहे कई खूंखार नक्सली भी हैं, जिन पर विभिन्न जिलों में हिंसा, धमकी, लूट और हथियारबंद वारदातों में शामिल होने के आरोप थे.

Naxal Surrender in Balaghat Madhya Pradesh
हथियारों का बड़ा जखीरा
आत्मसमर्पण के दौरान नक्सलवादियों ने पुलिस के समक्ष भारी मात्रा में हथियार भी सौंपे. इनमें शामिल हैं.
- AK-47 राइफल – 02
- इंसास राइफल – 02
- SLR – 01
- सिंगल शॉट राइफल (SSR) – 02
- BGL सेल – 07
- वॉकी-टॉकी – 04

Naxal Surrender in Balaghat Madhya Pradesh
सरकार की नीतियों का असर
बालाघाट क्षेत्र लंबे समय से नक्सल गतिविधियों का केंद्र रहा है, लेकिन पिछले दो वर्षों में लगातार दबाव, विकास योजनाओं की पहुंच और पुनर्वास नीति के चलते नक्सलियों का हौसला कमजोर हुआ है. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता प्रदेश को नक्सलवाद से पूरी तरह मुक्त करना है, और यह आत्मसमर्पण उसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.

10 आत्मसमर्पित नक्सलियों के नाम
- सुंदेश उर्फ कबीर उर्फ सोमला सोड़ी पिता उंगा सोड़ी
- टेको उर्फ ओड़ी उर्फ समयल पिता समरु ओड़ी
- लालसिंग मरकाम उर्फ मंगरा उर्फ भोमा
- शिलरी मरपी पिता योगा मरपी
- सती उर्फ सावित्री अलामी पिता लख्मू माता चिन्को
- नविन मुंगेर उर्फ हिद्मा पिता नागा माता बीगे
- जयश्री उर्फ ललिता ओझम पिता समखु माता देवे
- विक्रम उर्फ हिद्मा वड्डी पिता लक्ष्मा माता पीपे
- जरीन उर्फ भूमिया मुक्का पिता अंरदन माता कोंसेरी
- समर उर्फ मंगल उर्फ अबु अवतार पिता समु माता सुमरी
आगे की कार्यवाही
मध्य प्रदेश पुलिस और प्रशासन ने सभी आत्मसमर्पित नक्सलियों को राज्य की पुनर्वास नीति के तहत सुरक्षा, आवास, उपचार और पुनर्वास संबंधी सुविधाएं उपलब्ध कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.