
Chhatarpur News: मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के ग्रामीण इलाकों में आपको पानी मिले ना मिले लेकिन शराब जरूर आपको हर गांव में मिल जाएगी. इसी प्रकार का मामला ग्राम गंज में आया है जहां शराब की दुकान से परेशान बच्चों नें कलेक्टर से गुहार लगाई है.
छतरपुर जिले के गंज हायर सेकेण्डरी स्कूल में लगभग 10 से 15 गांव के बच्चे पढ़ने आते हैं. यहां कक्षा 6वीं से 12वीं तक की पढ़ाई होती है. गंज में 700 से अधिक बच्चे और बच्चियां पढ़ती हैं. स्कूल के बगल में शराब की दुकान होने की वजह से कई तरह की समस्याएं आती हैं. यहां जो टीचर हैं वह बोलने से डर रहे हैं. उनका कहना है कि हमें कोई मतलब नहीं है. हमारा काम स्कूल परिषद में है. प्रिंसिपल आरके सोनी से जब बात की गई तो कमरे के सामने आने से उन्होंने मना कर दिया और कहा कि जिस प्रकार से शिक्षा व्यवस्थाएं चल रही हैं उसको देखते हुए टीचर किसी प्रकार का कोई रिस्क नहीं लेना चाहते हैं.
बच्चों के बैग में कट्टा
छतरपुर जिले के कई स्कूलों में बच्चों के बैग में अवैध कट्टा भी मिले हैं और धमोरा के एक प्रिंसिपल को तो एक कक्षा ग्यारहवीं के छात्र ने गोली ही मार दी थी जिससे मौके पर उनकी मौत हो गई थी. इसकी वजह से टीचर डर रहे हैं और कुछ बोलने से बच रहे हैं. हालांकि कई शिक्षकों का कहना है कि जिस प्रकार स्कूल के बगल में शराब की दुकान है उससे बच्चों को परेशानी होती है. कई बार कलेक्टर को आवेदन दिया है लेकिन जो शराब की दुकान है वह नहीं हटाई जा रही है,
फिर कलेक्टर से लगाई गुहार
फिर एक बार गंज के बच्चे कलेक्टर कार्यालय पहुंचे हैं और उन्होंने अपनी समस्या यहां बताई है. उन्होंने शिकायती आवेदन देतें हुये बताया कि स्कूल के पास शराब की दुकान होने से बच्चे परेशान हैं. आये दिन शराबी उनके साथ मारपीट करते हैं. जिला कलेक्टर से उन्होंने गुजारिश की कि यहां से शराब की दुकान हटाई जाए. कलेक्टर कार्यालय से शराब की दुकान कहीं और शिफ्ट करने का आश्वासन दिया है.