MP NEWS: मध्य प्रदेश के इंदौर के निजी अरबिंदो अस्पताल में एचआर एक्जीक्यूटिव द्वारा 200 फर्जी सैलरी बैंक एकाउंट खोलकर 90 लाख रुपए से ज्यादा का घोटाला किए जाने के मामले में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. एचआर एग्जीक्यूटिव ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर करीब 200 कर्मचारियों की फर्जी भर्ती दिखाई थी और अकाउंट से रुपए हेरफेर किया था.
तीन दिन पहले इंदौर के बाणगंगा थाना क्षेत्र के उज्जैन रोड स्थित अरविंदो अस्पताल में 200 लोगों को कर्मचारी बताकर खाते खोलकर उसमें सैलरी ट्रांसफर करने का मामला सामने आया था. इस मामले में बाणगंगा पुलिस ने अरबिंदो अस्पताल में 90 लाख रुपए के गबन के मामले में एचआर एग्जीक्यूटिव वैभव पोरे और हिमांशु ठाकुर व अन्य दो साथियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू की थी.
पैसे का क्या किया?
इस मामले संस्थान के एचआर मैनेजर ने बाणगंगा पुलिस थाने के मामला दर्ज करवाया था, जहां पुलिस की जांच में पता चला कि वैभव ने अक्टूबर 2023 से लेकर नवंबर 2024 तक करीब 1 साल में यह फर्जीवाड़ा किया और अस्थाई कर्मचारियों के नाम पर किए गए गबन की राशि अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के अकाउंट में ट्रांसफर की.
गर्लफ्रैंड पर भी उड़ाए थे पैसे
जांच में यह भी पता चला था कि आरोपी पोरे ने कुछ रुपए अपनी गर्लफ्रेंड पर भी खर्च किए थे. फिलहाल पुलिस ने अस्पताल प्रबंधन की तरफ से भेजे गए दस्तावेजों और ऑडिट रिपोर्ट की जांच के बाद मामला कायम कर आरोपी वैभव को गिरफ्तार कर लिया है.
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