MP Ki Shahi Shadi: साल के आख़िरी दिनों में मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में एक शादी (Shahi Shadi) ने सत्ता, सियासत और शाही ठाठ को एक मंच पर ला दिया. सांची से विधायक डॉ. प्रभु राम चौधरी के बड़े बेटे पर्व चौधरी के विवाह का ग्रैंड रिसेप्शन (Grand Wedding Reception) रायसेन के दशहरा मैदान में हुआ, जो सिर्फ पारिवारिक आयोजन नहीं बल्कि राजनीतिक और सामाजिक रसूख का भव्य प्रदर्शन बन गया. करोड़ों के खर्च और हजारों मेहमानों के साथ यह रिसेप्शन अब मध्य प्रदेश की साल के अंत की सबसे शाही शादी के रूप में दर्ज हो चुका है.
आठ एकड़ में बसा वैभव, तीन लाख स्क्वेयर फीट का टेंट
रायसेन के दशहरा मैदान की 8 एकड़ जमीन पर करीब 3 लाख स्क्वेयर फीट में विशाल टेंट लगाया गया. रेड कारपेट, शाही सजावट, हाई-एंड लाइटिंग और अलग-अलग वीआईपी एंट्री गेट, हर व्यवस्था इस बात का संकेत थी कि यह आयोजन आम नहीं है.
एक हजार रसोइए, 25 तरह के क्युजीन और 30 हजार मेहमान
शाही दावत में रिकॉर्ड तोड़ इंतजाम किए गए. 1000 रसोइयों की टीम रही. 25 तरह के भारतीय और विदेशी क्युजीन
30 हजार से ज्यादा मेहमानों के लिए भोजन व्यवस्था की गई. हर बुफे काउंटर पर अलग मैनेजमेंट टीम और लगातार परोसे जा रहे व्यंजनों ने इसे राजसी भोज का रूप दे दिया.
राजा से लेकर महाराज तक पहुंचे, रायसेन बना सियासी दरबार
इस रिसेप्शन में राजनीति के बड़े चेहरे एक मंच पर नजर आए जिनमें प्रमुख नाम ये रहें. केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा, मंत्री गोविंद सिंह राजपूत इसके अलावा प्रदेशभर के विधायक, नेता और प्रभावशाली हस्तियां मौजूद रहीं. रायसेन की यह शाम किसी सियासी दरबार से कम नहीं लगी.
सुरक्षा और प्रोटोकॉल हाई लेवल
वीआईपी मूवमेंट को देखते हुए शहर की ट्रैफिक व्यवस्था बदली गई, मैदान के चारों ओर विशेष बैरीकेडिंग और सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए. पूरा इलाका हाई-सिक्योरिटी ज़ोन में तब्दील रहा.
एक नज़र में शाही रिसेप्शन:
- रायसेन दशहरा मैदान
- 8 एकड़ क्षेत्र, 3 लाख स्क्वेयर फीट टेंट
- 1000 रसोइए
- 25 तरह के क्युजीन
- 30 हजार से ज्यादा मेहमान
- लोक कलाकार, राजस्थानी नृत्य
- रेड कारपेट और वीआईपी प्रोटोकॉल
संगीत, नृत्य और शाही मनोरंजन
मेहमानों के मनोरंजन के लिए नामचीन कलाकारों के साथ राजस्थानी लोक संगीत और पारंपरिक नृत्य की प्रस्तुति दी गई, जिसने माहौल को और भी यादगार बना दिया. जहां हाल ही में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के बेटे की शादी सादगी और सामूहिक विवाह के लिए चर्चा में रही, वहीं यह आयोजन शान, ठाठ और भव्यता के लिए सुर्खियों में रहा.
यह भी पढ़ें Kisan Diwas 2025: अन्नदाता सिर्फ मतदाता नहीं; जानिए किसानों के मसीहा चौधरी चरण सिंह की कहानी
यह भी पढ़ें Kodnar Police Camp: अब 'अबूझ'माड़ नहीं रहा; पुलिस कैंप से बेटियों की वापसी, बदलाव की नई सुबह
यह भी पढ़ें Apple Cultivation in MP: विदिशा के किसान का कमाल; शिमला-कश्मीर वाले सेब की खेती से बनाई पहचान