![MP Election Results: ज्योतिरादित्य सिंधिया की चमक पड़ी फीकी, 13 में से 8 समर्थकों की डूबी नैया MP Election Results: ज्योतिरादित्य सिंधिया की चमक पड़ी फीकी, 13 में से 8 समर्थकों की डूबी नैया](https://c.ndtvimg.com/2023-12/k951dud8_jyotiraditya-scindia-s_625x300_04_December_23.jpg?downsize=773:435)
Madhya Pradesh Results 2023: मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने विधानसभा चुनाव (Madhya Pradesh Election Results 2023) में बंपर मतों से जीत हासिल की है, बीजेपी को प्रदेश में दो तिहाई बहुमत मिला है. निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों में से बीजेपी ने 163 सीटों पर जीत दर्ज की, जबकि कांग्रेस मात्र 66 सीटों पर ही सिमट कर रह गई. हालांकि बीजेपी की इस बंपर जीत के बावजूद ग्वालियर-चम्बल अंचल में ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक प्रत्याशियों को अपेक्षाकृत इकतरफा सफलता नहीं मिली जैसी इंदौर में मिली है. दरअसल, 2018 के मुकाबले इस बार अंचल में बीजेपी की 11 सीटे बढ़ीं, लेकिन अगर उप चुनाव के बाद का आंकड़ा देखें तो उसे महज एक सीट ज्यादा मिली है.
सिंधिया के 13 में से आठ समर्थक हारे
ग्वालियर-चम्बल अंचल से केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के 13 समर्थक मैदान में थे, जिनमें चार मंत्री शामिल थे. इस बार जीत के आंकड़े भाजपा के लिए जरूर खुशी देने वाले हों, लेकिन सिंधिया समर्थकों के लिए मायूसी भरे ही रहे. दरअसल, सिंधिया के 13 समर्थक में से उनके 8 समर्थक हार गए, जिनमें मुरैना से रघुराज कंसाना, अंबाह से कमलेश जाटव, डबरा से इमरती देवी, ग्वालियर पूर्व से माया सिंह, पोहरी से सुरेश धाकड़, बमोरी से महेंद्र सिंह सिसोदिया, अशोक नगर से जजपाल जज्जी और राघोगढ़ से हीरेन्द्र सिंह बना हैं.
मंत्री भी फिफ्टी-फिफ्टी
शिवराज सिंह की निवर्तमान सरकार मे ग्वालियर चम्बल अंचल से चार मंत्री मैदान में थे. इनमें दो केबिनेट ऊर्जामंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर और श्रम मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया और दो राज्यमंत्री बृजेन्द्र यादव और सुरेश धाकड़ राठखेड़ा शामिल थे. हालांकि इन चार मंत्रियों में से प्रद्युम्न सिंह तोमर और बृजेन्द्र यादव ही चुनाव जीत सके.
इन नेताओं को नहीं दिया गया टिकट
2020 में कांग्रेस की कमलनाथ सरकार गिराने के बाद सिंधिया के साथ भाजपा में शामिल हुए रक्षा सिरोनिया, ओपीएस भदौरिया, गिर्राज दंडोतिया, रणवीर जाटव, मुन्नालाल गोयल और जसमन्त जाटव को पार्टी ने इस बार टिकट नहीं दिया था. हालांकि इन नेताओं में से रक्षा सिरोनिया और ओपीएस भदौरिया ने साल 2020 में हुए उप चुनाव में जीत भी दर्ज कराई थी.
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