MP Election 2023: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में 17 नवंबर को मतदान होने जा रहा है. चुनाव मैदान में उतरे उम्मीदवार जोर-शोर से प्रचार कर रहे हैं, लेकिन चुनाव प्रचार सामग्री बेचने वाले दुकानदार निराश नजर आ रहे हैं. प्रदेश की राजधानी भोपाल (Bhopal) में चुनाव प्रचार सामग्री की करीब 20 छोटी-बड़ी दुकानें हैं, जहां पार्टी के झंडे, नेताओं के कट-आउट, पोस्टर, बैज, स्कार्फ, टोपी, टी-शर्ट और अन्य प्रचार सामग्री बेची जा रही है. लेकिन जैसे ही अभियान सोशल मीडिया पर चला गया, ऐसा लगता है अब पारंपरिक बाजार खो गया है.
50 प्रतिशत का नुकसान झेल रहे दुकानदार
दुकानदारों का कहना है कि मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में लोकतंत्र (Democracy) का सबसे बड़ा त्योहार उनके लिए अभी तक सार्थक परिणाम नहीं दे रहा है. उन्होंने दावा किया कि वे अपने बाजार में भारी गिरावट देख रहे हैं और पिछले 2018 राज्य विधानसभा चुनावों की तुलना में लगभग 50 प्रतिशत का नुकसान झेल रहे हैं.
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"सोशल मीडिया को जिम्मेदार ठहराया"
दिल्ली (Delhi) के एक दुकानदार, शंभू नाथ पटेल (Shambhu Nath Patel), जो आम तौर पर चुनाव की तारीखों की अस्थायी घोषणा के बाद देश भर के चुनाव वाले राज्यों में अपनी दुकान लगाते हैं. उन्होंने चुनावी प्रचार सामग्री की खरीद में गिरावट के लिए सोशल मीडिया (Social Media) को जिम्मेदार ठहराया.
''पिछली बार की तुलना में भारी गिरावट देखने को मिल रही''
पटेल ने एएनआई को बताया, "मुझे यहां अपनी दुकान शुरू किए लगभग दो महीने हो गए हैं. जहां भी चुनाव होते हैं, हम वहां अपनी दुकानें लगाते हैं. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में इस बार बाजार में पिछली बार की तुलना में भारी गिरावट देखने को मिल रही है. 2018 के विधानसभा चुनाव के दौरान बाजार बहुत अच्छा था, लेकिन इस बार अभी तक ऑर्डर में तेजी नहीं आई है. अगले दो दिन में ऑर्डर मिलने की उम्मीद है. इसी उम्मीद में हम यहां बैठे हैं, हालांकि पिछली बार के मुकाबले लगभग आधी गिरावट है.
पटेल ने यह भी कहा कि अगर आगे भी स्थिति ऐसी ही बनी रही तो उन्हें लगता है कि उन्हें यह कारोबार बंद करना होगा और कुछ और सोचना होगा. फिलहाल उन्हें अगले दो दिनों में ऑर्डर मिलने की उम्मीद है. स्थानीय दुकानदार दुर्गा ने एएनआई को बताया, ''पिछले चुनाव की तुलना में इस बार बाजार में काफी असर है. पहले खूब सामान बिकता था, लेकिन इस बार अभी तक ग्राहक नहीं आए हैं.''
मध्य प्रदेश उन पांच राज्यों में से एक है जहां 17 नवंबर को एक चरण में मतदान होना है और वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी. मतदाता 230 विधानसभा क्षेत्रों से विधायक चुनेंगे.
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