Ram Janmabhoomi Temple Darshan: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (Dr. mohan Yadav) अपने पूरे मंत्रिमंडल के साथ रामलला (Ramlala) के दर्शन के लिए सोमवार को अयोध्या के लिए रवाना हुए. मंत्रालय से विशेष बस से सभी मंत्री अपने परिवार के साथ एयरपोर्ट पहुंचे. इसके बाद भोपाल से विशेष प्लेन से अयोध्या (Ayodhya) के लिए रवाना हुए. मोहन सरकार के इस फैसले पर कांग्रेस के राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ वकील विवेक तन्खा (Vivek Tankha) ने सरकार को आईना दिखाते हुए संवैधानिक जिम्मेदारियों की याद दिलाई है.
कांग्रेस सांसद ने बताया संविधान विरोधी कृत्य
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने मोहन सरकार के फैसले की आलोचना करते हुए कहा है कि ये एक नई प्रथा. यह साफ तौर पर एक स्टेट स्पॉन्सर्ड रिलीजियस प्रोग्राम है. इसके साथ ही उन्होंने सरकार को संविधान से चलाने की नसीहत की. उन्होंने कहा कि संविधान से चलेंगे, तो राज्य सरकारों को सेक्युलर रहना होगा. एक सेक्युलर सरकार किसी एक धर्म के पक्ष में खड़ी नहीं हो सकती है. लेकिन, दुर्भाग्य से बीजेपी के राज में नई व्यवस्था कायम हो गई है.
सीएम यात्रा को बताया सौभाग्य
वहीं, मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भगवान राम के दर्शन करने के लिए जाने को सौभाग्य बताया. उन्होंने कहा कि
500 साल के संघर्ष के बाद भगवान राम लला की प्राण प्रतिष्ठा हुई है. उन्होंने कहा कि आज की कैबिनेट भगवान राम को समर्पित है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भगवान राम के बताए मार्ग पर हमारी सरकार निरंतर कार्य करती रहेगी. सीएम ने कहा कि आने वाले समय में जनकल्याण को लेकर और नवाचार करेंगे. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आज के शुभ अवसर पर सभी प्रदेशवासियों को बधाई देता हूं. इस मौके पर उन्होंने मध्य प्रदेश की जनता से भी रामलाल के दर्शन करने के लिए अयोध्या जाने की अपील की.
अयोध्या में धर्मशाला बनाने का किया ऐलान
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने अयोध्या में प्रदेश के श्रद्धालुओं के लिए धर्मशाला बनाने की बात भी कही. उन्होंने कहा कि हम उत्तर प्रदेश सरकार से अपील करेंगे कि मध्य प्रदेश की जनता की सुविधा के लिए धर्मशाला बनाई जाए. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार भूमि उपलब्ध करा देगी, तो धर्मशाला जरूर बनाएंगे. डॉ. यादव ने कहा कि यूपी सरकार चाहे तो बदले में हमारे तीर्थ स्थान पर भी वह अपने भवन बना सकते हैं.