Madhya Pradesh Latest News in Hindi : बीते दिनों राजस्थान के कोटा से एक 21 साल की लड़की जिस तरह से गायब हुई थी.... उससे हर कोई हैरान रह गया था. लेकिन जब पुलिस ने मामले की छानबीन की तो पता चला कि लड़की ने कैसे विदेश जाने के लिए अपनी ही अपहरण की साज़िश रच डाली थी. यही नहीं, लड़की ने अपने मां-बाप को किडनैपिंग की कुछ तस्वीरें भेजकर 30 लाख रूपये की फिरौती की भी डिमांड की थी. मामले के करीब 15 दिन बीत जाने के बाद राजस्थान से गायब हुई लड़की अब मध्य प्रदेश के इंदौर में मिली हैं.
पढ़ाई के लिए मां-बाप ने भेजा था कोटा
बता दें कि लड़की के माता-पिता ने उसे पढ़ाई के लिए राजस्थान के कोटा भिजवाया था... लेकिन वो अचानक से कहीं गायब हो गई थी. इस पूरी नाटक को रचने में लड़की का एक दोस्त भी शामिल था. ये दोनों बीते 15 दिन से गायब थे और मध्यप्रदेश व राजस्थान की पुलिस उन्हें लगातार तलाश कर रही थी. इंदौर क्राइम ब्रांच के एडिशनल DCP राजेश दंडोतिया ने बताया कि ‘‘हमने काव्या (21) और उसके हमउम्र दोस्त हर्षित को शहर में ढूंढ निकाला है.'' उन्होंने आगे बताया कि
लड़की ने रची थी अपनी अपहरण की झूठी साजिश
अधिकारियों ने बताया कि मध्यप्रदेश के शिवपुरी की निवासी काव्या के माता-पिता को 30 लाख रुपये की फिरौती की मांग के साथ अपनी बेटी के हाथ-पैर बंधे होने की तस्वीर मिली थी. इसके बाद काव्या के पिता रघुवीर धाकड़ ने 18 मार्च को कोटा पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनकी बेटी का अपहरण कर लिया गया है. अधिकारियों के मुताबिक, कोटा पुलिस ने काव्या के कथित अपहरण को लेकर मामला दर्ज किया था, लेकिन जांच में अपहरण की कहानी फर्जी पाई गई थी. उन्होंने जांच के हवाले से बताया कि काव्या और उसका मित्र हर्षित विदेश जाना चाहते थे, लेकिन उनके पास विदेश जाने के पैसे नहीं थी, इसलिए उन्होंने फिरौती के लिए अपहरण की झूठी कहानी गढ़ी.
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सब को यकीन दिलाने के लिए किया ये काम
पुलिस के मुताबिक, अपहरण की कहानी गढ़े जाने के दौरान काव्या अपने माता-पिता को तस्वीरें और मैसेज भेजकर विश्वास दिला रही थी कि वह कोटा में है, जबकि कुछ CCTV फुटेज से सुराग मिला कि इस घटनाक्रम के दौरान युवती अपने दोस्त के साथ इंदौर में थी. राजस्थान पुलिस के मुताबिक, काव्या की मां उसे पिछले साल कोटा के एक छात्रावास में पढ़ने के लिए छोड़कर गई थी, लेकिन वह महज तीन दिन कोटा में रही थी. पुलिस का दावा है कि कोटा में अपनी मां की तरफ से छात्रावास में छोड़े जाने के बाद काव्या इंदौर चली गई थी और मध्य प्रदेश के इस शहर में अपने दो पुरुष मित्रों के साथ रह रही थी.