Jabalpur में पत्नी को पति का ताना नहीं हुआ बर्दाश्त, "मोटी भैंस" गई दिल्ली, अब पुलिस हो रही परेशान

Jabalpur News: महेंद्र जब घर लौटा, तो उसे बाहर से बंद दरवाजा और खाली घर मिला. तब उसके पैरों तले जमीन खिसक गई. गांव वालों से पता चला कि ममता दुर्गेश के साथ देखी गई थी, तो उसने तुरंत दुर्गेश को फोन किया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. इस सबके बीच, महेंद्र को एहसास हुआ कि उसकी पत्नी क्यों चली गई.

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Husband-Wife Relation: जबलपुर (Jabalpur) के कुसली गांव में महेंद्र वंशकार की जिंदगी तब अचानक उलट-पलट हो गई, जब उसकी पत्नी ममता चार बेटियों के साथ अचानक गायब हो गई. महेंद्र का मन संशय से भर गया, लेकिन जल्द ही सच्चाई सामने आ गई. एक ऐसी सच्चाई जिसने पूरे गांव में सनसनी फैला दी. दरअसल, ममता अपने पति महेंद्र से काफी समय से परेशान थी. महेंद्र अक्सर उसे "मोटी भैंस" कहकर ताने देता था. यह बात ममता के दिल में गहराई तक चुभती थी, और धीरे-धीरे उसके आत्मसम्मान को चोट पहुंचाने लगी. सालों से ममता ने इन तानों को सहा, लेकिन आखिरकार उसका सब्र टूट गया. ममता ने एक दिन फैसला किया कि वह अब और यह अपमान नहीं सहेगी.

आगे क्या हुआ?

इसी साल 17 जुलाई को जब महेंद्र काम पर गया हुआ था, तब ममता ने अपने भांजे दुर्गेश की मदद से अपनी चारों बेटियों को साथ लिया और घर छोड़ दिया. वह इस अपमान से इतने नाराज थी कि उसने महेंद्र को छोड़कर दिल्ली जाने का फैसला कर लिया. महेंद्र जब घर लौटा, तो उसे बाहर से बंद दरवाजा और खाली घर मिला. तब उसके पैरों तले जमीन खिसक गई. गांव वालों से पता चला कि ममता दुर्गेश के साथ देखी गई थी, तो उसने तुरंत दुर्गेश को फोन किया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. इस सबके बीच, महेंद्र को एहसास हुआ कि उसकी पत्नी क्यों चली गई.

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पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और 11 दिन बाद ममता की सबसे बड़ी बेटी सोनम भोपाल में मिली. सोनम ने पुलिस को बताया कि उसकी मां अब महेंद्र के साथ नहीं रहना चाहती, क्योंकि वह उसे लगातार अपमानित करता था. महेंद्र का 'मोटी भैंस' कहना ममता के लिए सबसे बड़ा ताना बन गया था, जिसे वह और बर्दाश्त नहीं कर सकी.

बेटियां भी मर्जी से साथ आयीं

सोनम से मिली जानकारी के बाद, पुलिस की दूसरी टीम राजस्थान के नलखेड़ा पहुंची, जहां पता चला कि ममता अब दिल्ली जा चुकी है. जबलपुर पुलिस (Jabalpur Police) की टीम ने दिल्ली जाने की तैयारी कर ली है. थाना प्रभारी सरोजिनी नायडू ने बताया कि ममता का फोन बंद है, लेकिन उससे जब आखिरी बार बात हुई, तो उसने साफ कहा कि यह कदम उसने पूरी समझदारी से उठाया है.

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ममता ने कहा कि अब वह और उसकी बेटियां दिल्ली में रहकर काम करेंगी और वहीं बसेंगी. उसने पुलिस को बताया कि उसकी बेटियां भी अपनी मर्जी से उसके साथ आई हैं. दुर्गेश सिर्फ भोपाल तक साथ था. इसके बाद ममता ने अपना फोन बंद कर दिया.

पुलिस का क्या कहना है?

एडिशनल एसपी (ASP Jabalpur) सोनाली दुबे का कहना है कि जल्द ही ममता और उसकी बेटियों को दस्तयाब कर लिया जाएगा. इस घटनाक्रम ने पूरे गांव को सोचने पर मजबूर कर दिया कि कैसे एक छोटे से ताने ने एक परिवार को तोड़कर रख दिया. महेंद्र अब अपने किए पर पछता रहा है, लेकिन ममता की वापसी की उम्मीद धुंधली होती जा रही है. इस घटना से यह साफ हो गया कि शब्दों का महत्व कितना गहरा हो सकता है और कैसे वे रिश्तों को हमेशा के लिए बदल सकते हैं.

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