बच्चों में 2250 फीसदी तक बढ़ा दिल की बीमारी से मौत का आंकड़ा, रिपोर्ट ने बढ़ाई चिंता, डरा रहा है आंकड़ा

Heart Disease Rate: बचपन बच्चों के खेलने और कूदने की होती है और किशोरवय उम्र युवा होते बच्चों को जुनून सिखाते हैं, लेकिन दिल की बीमारी से मौत के बढ़ते आंकड़े हमारी पेशानी पर बल डाल सकते है. यह चिंता एक अधिकृत रिपोर्ट से और अधिक बढ़ी है, जिसमें विषय को गंभीर बना दिया है.

विज्ञापन
Read Time: 5 mins
REGISTRAR GENERAL OF INDIA 2022 MCCD REPORT RAISED CONCERNS OVER NUMBER OF DEATHS IN CHILDREN CAUSED HEART DISEASE

Heart Disease In Child: जून 2025 में जारी भारत के महापंजीयक की एमसीसीडी की रिपोर्ट 2022 ने देश के बच्चों की चिंता बढ़ा दी है. यह रिपोर्ट दिल के रोगों से जूझ रहे बच्चों के डेटा से जुड़ा है. रिपोर्ट कहती है कि कोविड से पहले और कोविड के बाद का डेटा दिल को संभालने का संकेत दे रहा है. 

बचपन बच्चों के खेलने और कूदने की होती है और किशोरवय उम्र युवा होते बच्चों को जुनून सिखाते हैं, लेकिन दिल की बीमारी से मौत के बढ़ते आंकड़े हमारी पेशानी पर बल डाल सकते है. यह चिंता एक अधिकृत रिपोर्ट से और अधिक बढ़ी है, जिसमें विषय को गंभीर बना दिया है.

 बच्चे और युवा ह्रदय रोगियों में हुई अप्रत्याशित बढ़ोतरी

ये भी पढ़ें-Viral Video: कुएं में गिरा नन्हा जम्बो, घंटों चला रेस्क्यू ऑपरेशन, अभी भी हलक में फंसी है छोटे हाथी की जान!

गौरतलब है ताजा रिपोर्ट में मेडिकल सर्टिफाइड मौतों में हृदय रोग से मौतों का अनुपात भले ही कम हुआ हो, लेकिन 1 से 24 साल तक के बच्चे और युवाओं में हार्ट से सम्बंधित बीमारियों में बढ़ोतरी अप्रत्याशित हुई है. जो ह्रदयरोग एक्सपर्ट के लिए चिंता का कारण बन गई है. 

एमपी में कोविड बाद 25 से 70+ आयु वर्ग में घटी है मृत्युदर

गजराराजा मेडिकल कॉलेज ग्वालियर के कॉर्डिंयोलॉजी विभाग के विशेषज्ञ डॉ राम रावत बताते है कि कोविड के बाद देश के साथ- साथ ग्वालियर और चंबल संभाग के मरीजों में देखने में आ रहा है कि युवा पीढ़ी में हार्ट अटैक के मामले तेजी से बढ़े हैं, जबकि कोरोना से पहले युवाओं में हार्ट संबंधी परेशानी 35 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में देखने आती थी.

ये भी पढ़ें-यात्रीगण ध्यान दें! 45 दिनों तक झांसी नहीं जाएगी ताज एक्सप्रेस, 22 ट्रेनें रद्द और 29 ट्रेनों का बदला गया रूट

कोविड से पहले वर्ष 2018 में 1 से 4 आयु वर्ग में ऐसी मौतें केवल 0.6% थीं, जो कोविड बाद 2022 में 14.1% हो गई है. इन चार वर्षों में इसमें 2250 फीसदी की वृद्धि दर्ज हुई. 5 से 14 आयु वर्ग में इन्हीं चार साल में यह आंकड़ा 3.7 से बढ़कर 18.6 हो गया, यानी 403% की वृद्धि हुई है

ये भी पढ़ें-मां के सामने बेटी को गर्दन से दबोचकर ले गया नरभक्षी तेंदुआ, गंभीर रूप से घायल मासूम की हुई दर्दनाक मौत

कोरोना के बाद युवा पीढ़ी में हॉर्ट रोग मामलों में तेजी आई

रिपोर्ट कहती है कि कोरोना के बाद युवा पीढ़ी में हॉर्ट रोग से जुड़े मामलों भी तेजी से देखी जा रही है. स्थिति यह है कि अब 18 वर्ष के युवा में भी ह्रदय रोग की समस्या देखने में आ रही है, जिसके बचाव के लिए विशेषज्ञ युवाओं को नियमित व्यायाम, धूम्रपान से दूर रहने की सलाह दे रहे हैं और सीने में दर्द और घबराहट होने पर विशेषज्ञ से सलाह लेने की बात कह रहे हैं. 

Advertisement

4 वर्षों में दिल रोगों में 2250 फीसदी की वृद्धि दर्ज हुई

उल्लेखनीय है कोविड से पहले वर्ष 2018 में 1 से 4 आयु वर्ग में ऐसी मौतें केवल 0.6% थीं, जो कोविड बाद 2022 में 14.1% हो गई है. इन चार वर्षों में इसमें 2250 फीसदी की अविश्वसनीय वृद्धि दर्ज हुई. 5 से 14 आयु वर्ग में इन्हीं चार साल में यह आंकड़ा 3.7 से बढ़कर 18.6 हो गया, यानी 403% की वृद्धि हुई है.

ये भी पढ़ें-'गरबा में कलावा-टीका लगाकर प्रवेश न करें लव जिहादी', गैर हिंदुओं के प्रवेश पर सांसद का बयान वायरल

मध्य प्रदेश में हर तीसरी मेडिकल सर्टिफाइड मौत दिल संबंधी बीमारियों से हो रही है, जो संकेत है कि युवा वर्ग अपने दिल को संभालकर चलें. आकंड़ों के मुताबिक प्रदेश में 15 से 24 आयु वर्ग में ह्रदय रोग से पीड़ित मरीजों को मौतें 39.64 फीसदी तक बढ़ी हैं

ये भी पढ़ें-Vote Chori: वादा करके Hydrogen Bomb लाना भूले राहुल गांधी, प्रेस कांफ्रेस में बोले-' यह कोई हाइड्रोजन बम नहीं है'

आंकड़ा गुजरात में दोगुना तो मप्र में डेढ़ गुना बढ़ा

एमपी में 2008 में ह्रदय रोग से मरने वालोx का आंकड़ा 19.2%था, जो 2013 में 24.8% हो गया और 2022 में 33.9% हो गया. वहीं, छत्तीसगढ़ में 2008 में 20.7% था, जो साल 2013 मे 50.7% और साल 2022 मे 27.2% हो गया. बिहार में 2008 में 34.8%,जो, 2013 मे 29.7% 2022 मे 44.9% हो गया. गुजरात में 2008 मे 21.2 %था, जो 2022 में बढ़कर 45.2%हो गया. हरfयाणा, राजस्थान, पंजाब मे भी चौँकाने वाली वृद्धि हुई. 

Advertisement

छत्तीसगढ़ में कोविड बाद मौतों में आई है कमी

छत्तीसगढ़ में कोविड बाद मौतों में 9.93% की कमी आई है, जबकि देश में जहाँ 2008 में ह्रदय रोग से मरने वाले 27.7 फीसदी थे, जो 2022 मे बढ़कर 40.8 हो गए हैं. यह चौंकाने वाले केंद्र के महापंजीयक कार्यालय की एमसीसीडी की 2022में साझा किया गया है.

ये भी पढ़ें-Shardiya Navratri 2025: नवरात्रि के 9 दिन मां दुर्गा के किस स्वरूप की आराधना से मिलते हैं मनोवांछित फल? जानें आपके सारे सवालों के जवाब

Advertisement