Maha Kumbh 2025 : इस समय प्रयागराज में महाकुंभ में जुटने लिए करोड़ों की भीड़ उमड़ रही है. 2 दिन पहले मौनी अमावस्या के मौके पर महाकुंभ में भगदड़ मच गई थी. मध्य प्रदेश के कुछ परिवारों के लिए भी ये हादसा दर्दनाक साबित हुआ. इस भगदड़ में ग्वालियर के टेकनपुर की रहने वाले एक शख्स की भी दर्दनाक मौत हो गई. शख्स का नाम कामता प्रसाद बघेल है. हद तो तब हो गई जब मौत के बाद शव को ग्वालियर लाना एक बड़ा संघर्ष बन गया. मिली जानकारी के अनुसार, 27 जनवरी को कामता प्रसाद अपने साथियों के साथ कार से प्रयागराज कुंभ मेले गए थे. 28 और 29 जनवरी की रात संगम घाट पर भगदड़ मच गई. इस हादसे में कामता प्रसाद भीड़ में फंस गए जिससे कि उनकी मौके पर ही मौत हो गई.
शव लाने में हुई दिक्कतें
घटनास्थल पर ही एक श्रद्धालु डॉक्टर ने कामता प्रसाद का स्वास्थ्य चेक किया तो पता चला कि उनकी मौत हो गई है. इसके बाद उनके साथियों ने शव प्रयागराज के अखाड़ा थाने में सौंप दिया. इसके बाद कामता प्रसाद के भतीजे मान सिंह बघेल रिश्तेदारों के साथ शव लेने प्रयागराज पहुंचे. लेकिन वहां हालात खराब थे. शव लाने के लिए कोई गाड़ी नहीं था. परिवार के सदस्यों को बार-बार कई जगह चक्कर लगाने पड़े.
पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने की मदद
काफी मशक्कत के बाद पूर्व गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मामले में हस्तक्षेप करते हुए पीड़ित परिवार की मदद की. तब जाकर कहीं वाहन की व्यवस्था हो सकी. इसके बाद जाकर जैसे-तैसे शव ग्वालियर लाया गया. कामता प्रसाद का शव ग्वालियर पहुंचने के बाद नम आंखों से उनका अंतिम संस्कार किया गया.
इकलौते कमाने वाली की मौत
बताया जा रहा है. कामता प्रसाद परिवार के एकमात्र कमाने वाले व्यक्ति थे. उनकी टेकनपुर में इलेक्ट्रिक की दुकान थी. परिवार में पत्नी, तीन शादीशुदा बेटियां और एक बेटा है. बेटे की पढ़ाई जारी है. पिता की मौत की खबर से बेटी प्रियंका की तबीयत बिगड़ गई. उन्हें हार्ट संबंधी समस्या हो गई है.
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मृतक के परिजनों ने बताया कि उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश सरकार ने आर्थिक मदद की घोषणा तो की है... लेकिन एक परिवार के सिर से पिता व पति का साया छिन गया... जो परिवार के लिए जीवनभर की पीड़ा बन गया है.