
MP News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के अशोकनगर (Ashok Nagar) ज़िले में एक एंबुलेंस ड्राइवर ने इंसानियत की अनोखी मिसाल पेश की. एक एंबुलेंस के अंदर गर्भवती महिला लेटी हुई थी जिसे डिलीवरी के लिए अस्पताल लेकर जाय जा रहा था. इसी दौरान एक तेज़ रफ्तार डंपर ने एंबुलेंस को टक्कर मार दी. इस हादसे में एंबुलेंस का अगला हिस्सा बुरी तरह से टूट गया. हादसे में गनीमत रही कि एंबुलेंस में सवार सभी लोग सही-सलामत बच गए. लेकिन अक्सर देखा गया है कि सड़क हादसों में ड्राइवर व अन्य लोग अपना संतुलन खो देते हैं...लेकिन यहां पर एंबुलेंस ड्राइवर ने सूझबूझ दिखाई और अंदर लेटी महिला को सबसे पहले अस्पताल पहुंचाया. ड्राइवर की इस सूझबूझ के चलते महिला व बच्चे को किसी तरह का जोखिम नहीं हुआ.
अस्पताल ले जाते वक़्त हुआ हादसा
दरअसल, घटना अशोकनगर जिले के शाढौरा इलाके की है. मंगलवार को अमोद रोड पर एक बड़ा हादसा होने से टल गया. एक तेज़ रफ्तार डंपर ने एक एंबुलेंस को टक्कर मार दी. एंबुलेंस के अंदर गर्भवती महिला मौजूद थी जिसे डिलीवरी के लिए अस्पताल लेकर जाया जा रहा था. इस हादसे में एंबुलेंस के आगे का हिस्सा बुरी तरह से टूट गया. गनीमत यह रही कि किसी को कोई चोट नहीं लगी. हादसे एक बाद डंपर चालक मौके से फरार हो गया...इस घटना के बाद एंबुलेंस ड्राइवर ने सूझबूझ दिखाते हुए गर्भवती महिला को अस्पताल पहुंचाना ज़्यादा ज़रूरी समझा.

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एंबुलेंस ड्राइवर ने गर्भवती महिला को अस्पताल छोड़ना पहला कर्तव्य समझा और टूटी गाड़ी लेकर सीधा अस्पताल पहुंचा. इस हादसे को लेकर एंबुलेंस ड्राइवर सतीश जाटव ने बताया कि हादसे में आगे का हिस्सा चकनाचूर हो गया था. जैसे ही हादसा हुआ तो गर्भवती महिला का दर्द और बढ़ गया. ऐसे में उसे जल्द से जल्द अस्पताल पहुंचाना ज़्यादा ज़रूरी था. ड्राइवर ने कहा कि उसने टूटी गाड़ी के ज़रिए ही गर्भवती महिला को अस्पताल ले जाने का फैसला किया और जैसे-तैसे करके अस्पताल पहुंचा. फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज करके दोनो गाड़ियों को जब्त कर लिया है.
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