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This Article is From Dec 14, 2023

शाजापुर विधानसभा : अबकी बार 28 वोटों से हुई जीत-हार, बीजेपी के अरुण के आगे नहीं चले कांग्रेस के 'हुकुम'

Madhya Pradesh Assembly Elections 2023 : इस बार यहां भाजपा प्रत्याशी के बेहद कम अंतर से जीतने के बाद बवाल मच गया था. बीजेपी उम्मीदवार की जीत के ऐलान के बाद भाजपा और कांग्रेस के कार्यकर्ता काउंटिंग स्थल के बाहर ही भिड़ गए थे. यहां मारपीट को शांत करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा था. हंगामा कर रहे राजनीतिक दल के कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी छोड़े थे.

शाजापुर विधानसभा : अबकी बार 28 वोटों से हुई जीत-हार, बीजेपी के अरुण के आगे नहीं चले कांग्रेस के 'हुकुम'

 Madhya Pradesh Results 2023 : मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव (Madhya Pradesh Assembly Elections) में इस बार सबसे ज्यादा वोटों की जीत और सबसे कम वोटों से जीत भारतीय जनता पार्टी (BJP) के प्रत्याशी के नाम रही है. जहां रमेश मेंदोला (Ramesh Mendola) ने इंदौर-2 सीट से 1 लाख 07 हजार 47 वोट के सबसे बड़े अंतर से जीत दर्ज की वहीं बीजेपी के ही उम्मीदवार अरुण भीमावद (Arun Bhimawad) ने महज 28 वोट के अंतर से शाजापुर सीट पर जीत हासिल की है. आज हम यहां शाजापुर सीट के परिणामों की बात करेंगे.

पहले जानिए इस बार के चुनाव में यहां वोटों का गणित कैसा रहा?

2023 यानी इस बार शाजापुर सीट में भारतीय जनता पार्टी की ओर से अरुण भीमावद मैदान पर थे वहीं कांग्रेस ने पूर्व विधायक हुकुम सिंह कराड़ा को उतारा था. यहां चुनाव काफी टक्कर का रहा, दोनों की प्रमुख प्रतिद्वंद्वी के बीच महज 28 वोटों का अंतर रहा. इन्हीं 28 वोटों ने हार-जीत की कहानी रची. कुल वोटों पर नजर डालें तो अरुण को 98 हजार 960 वोट मिले जबकि हुकुम सिंह को 98 हजार 932 मत ही मिले.

यहां नोटा (NOTA) पर 534 वोट पड़े. ये वोट कांग्रेस के पक्ष में जीत मोड़ने के लिए काफी थे.

शाजापुर सीट पर तीसरे स्थान पर आजाद समाज पार्टी के उम्मीदवार कांतीलाल थे उनको 5689 वोट मिले जबकि बीएसपी के हिस्से 1411 वोट गए.

इस बार यहां भाजपा प्रत्याशी के बेहद कम अंतर से जीतने के बाद बवाल मच गया था. बीजेपी उम्मीदवार की जीत के ऐलान के बाद भाजपा और कांग्रेस के कार्यकर्ता काउंटिंग स्थल के बाहर ही भिड़ गए थे. यहां मारपीट को शांत करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा था. हंगामा कर रहे राजनीतिक दल के कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी छोड़े थे.

2018 का हाल

2018 में हुए विधानसभा चुनाव में, यानी पिछले विधानसभा चुनाव में इस विधानसभा सीट पर कुल 221139 मतदाता थे, और उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार कराड़ा हुकुम सिंह को 89940 वोट देकर विजयश्री प्रदान की थी, और विधायक बना दिया था, जबकि बीजेपी उम्मीदवार अरुण भीमावद को 44961 मतदाताओं का भरोसा हासिल हो पाया था, और वह 44979 वोटों से चुनाव हार गए थे.

2013 में हुए विधानसभा चुनाव में शाजापुर विधानसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार अरुण भीमावद ने जीत हासिल की थी, और उन्हें 76911 मतदाताओं का समर्थन मिला था. विधानसभा चुनाव 2013 के दौरान इस सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार कराड़ा हुकुम सिंह को 74973 वोट मिल पाए थे, और वह 1938 वोटों के अंतर से दूसरे पायदान पर रह गए थे.

इसी तरह, विधानसभा चुनाव 2008 में शाजापुर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार कराड़ा हुकुम सिंह को कुल 68565 वोट हासिल हुए थे, और वह विधानसभा पहुंचे थे, जबकि बीजेपी प्रत्याशी जे. पी. मंडलोई दूसरे पायदान पर रह गए थे, क्योंकि उन्हें 58903 वोटरों का ही समर्थन मिल पाया था, और वह 9662 वोटों से चुनाव में पिछड़ गए थे.

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