Maihar Maa Sharda Temple: मध्य प्रदेश के मैहर में स्थित 52 शक्ति पीठों में शामिल और करोड़ों भक्तों की आस्था के केंद्र मां शारदा देवी धाम को प्रबंधन समिति की लापरवाही ने विवादों के घेरे में ला दिया है. मंदिर में चढ़ाए गए चांदी और सोने के बहुमूल्य आभूषणों के कोष से गायब होने की बात सामने आई, जिसके बाद पुजारी और समिति दोनों अपने-अपने दावों पर अडिग हैं. मामले ने तब और तूल पकड़ा जब समिति ने पुजारी सहित कई कर्मचारियों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा, जबकि रिकॉर्ड के मिलान में देरी पर भी सवाल खड़े हुए हैं.
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पूरा मामला क्या?
घटना 22 अक्टूबर 2025 की है जब जबलपुर निवासी भक्त संजय पटेल मां शारदा के दरबार में चांदी का 2 किलो छत्र, चांदी का मुकुट और सोने की नथ भेंट रूप में लेकर पहुंचे. नियम के अनुसार सभी वस्तुएं कोष में जमा की जानी थीं.
पुजारी का दावा है कि सभी वस्तुएं 28 अक्टूबर को रजिस्टर में दर्ज कर दी गईं और समिति के पास जमा भी कर दी गईं. लेकिन, जब समिति ने कोष का रिकार्ड खंगाला तो यह पूरी सामग्री कोष में दर्ज ही नहीं मिली. मामला गंभीर होने पर प्रशासक ने तत्काल नोटिस जारी कर जवाब मांगे.
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पुजारी का दावा. रजिस्टर में एंट्री दर्ज है
मंदिर के प्रधान पुजारी पवन महाराज ने NDTV से कहा कि भेंट स्वरूप चढ़ाए गए सभी आभूषण 28 अक्टूबर को जमा किए जा चुके थे. उनके अनुसार रजिस्टर में इसकी स्पष्ट एंट्री है. वे कहते हैं कि जब सब कुछ दर्ज है, .ऐसे मेंत नोटिस जारी करना समझ से परे है. पुजारी का यह दावा सवाल खड़ा करता है कि अगर, रजिस्टर में जानकारी मौजूद है, तो समिति इसे 18 दिनों में क्यों नहीं देख सकी.
रिकॉर्ड मिलान के बाद ही सच सामने आएगा
मंदिर परिसर की प्रशासक और एसडीएम मैहर दिव्या पटेल ने NDTV को बताया कि सभी कर्मचारियों के जवाब प्राप्त हो चुके हैं. अब रिकॉर्ड का परीक्षण किया जाएगा. इसके बाद ही सच सामने आएगा.
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