Liquor Contractor Suicide Case: देवास जिले में अलग- अलग जगहों पर शराब के ठेके संचालित करने वाले इंदौर कनाड़िया के ठेकेदार दिनेश मकवाना ने 8 नवंबर को जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली थी. अब आत्महत्या के मामले में नया मोड़ आ गया है. मौत के 27 दिन बाद अचानक वायरल हुए वीडियो (Viral Video) में खुद दिनेश मकवाना ने सहायक आबकारी आयुक्त (असिस्टेंट कमिश्नर) मंदाकिनी दीक्षित पर उसकी पांच दुकानों के डेढ़ लाख के हिसाब से साढ़े सात लाख रुपए महीना मांगने का आरोप लगाया है. वीडियो के वायरल होते ही आबकारी विभाग में भी हडकंप मच गया.
वायरल वीडियो में दिनेश बोल रहा है कि "मेरी पांच शराब दुकानें हैं. 14 करोड़ रुपए का ठेका है. मुझसे प्रति एक दुकान के डेढ़ लाख के हिसाब से हर महीने सहायक जिला आबकारी आयुक्त देवास मंदाकिनी दीक्षित द्वारा मांगे जा रहे थे. मैं करीब 20-22 लाख रुपए दे चुका हूं. अगर पैसा नहीं देता था तो वे वेयरहाउस से माल रुकवा देती थी. अब मैं AC मेडम मंदाकिनी दीक्षित से त्रस्त आकर आत्महत्या कर रहा हूँ."
आबकारी अधिकारी का क्या कहना है?
दूसरी ओर आबकारी अधिकारी का कहना है कि "ठेकेदार दिनेश की मां संतोष बाई उसकी मौत के बाद से उन्हें ब्लैकमेल कर रही है. मुझसे दो करोड़ रुपर मांग जा रहे हैं. न दिए जाने पर मृतक का वीडियो वायरल करने की धमकी उन्हें और उनके अधीन अधिकारियों को दी जा रही थी." इस मामले में आबकारी अधिकारी ने देवास एसपी को 24 नवंबर को आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की है.
दिनेश मकवाना का वीडियो वायरल होने के बाद असिस्टेंट कमिश्नर मंदाकिनी दीक्षित ने भी इंदौर बायपास पर मृतक दिनेश की माँ के जो अलग-अलग वीडियो बनाए थे वह देर रात तक वायरल किये. वायरल वीडियो में मृतक की माँ और मंदाकिनी दीक्षित की आवाज़ सुनाई दे रही है. इस दौरान आबकारी अधिकारी के पति शशांक शेखर राय भी दिखाई दे रहे हैं. जो कि हाईकोर्ट, सुप्रीम कोर्ट के वकील है. वीडियो वायरल होते ही मामला राजनीतिक और प्रशासनिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है.
मृतक की मां ने क्या कहा?
29 नवंबर को मृतक ठेकेदार दिनेश मकवाना की मां संतोष मकवाना ने इंदौर कनाडिया थाना में आवेदन देते हुए लिखा कि मेरा बेटा दिनेश काफी परेशान चल रहा था. क्योंकि वह लिकर शॉप लाइसेंसी था. देवास जिले के चापड़ा ग्रुप, करनावद ग्रुप एवं डबलचौकी में लाइसेंसी लिकर शॉप चलाता था. पिछले कई दिनों से एक्साइज असिस्टेंट कमिश्नर मंदाकिनी दीक्षित जो देवास में पदस्थ है. वह हर दुकान का 1.50 लाख रुपए महीना अवैध रूप से मांग कर रही थी. हर क्वाटर पर 10 रुपए देना होगा. 22 लाख रुपए दिनेश दे चुका था. और पैसे के लिए परेशान करती थी. पैसा नहीं देने पर झूठे केस में फंसाने की वीडियो रिकार्डिंग भी कराई. जो इस आवेदन के साथ पैनड्राइव में है. जांच कर मंदाकिनी दीक्षित के विरुद्ध मामला दर्ज करें.
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