
MP Tribal Farmers : आदिवासियों के लिए एक परेशान करने वाली खबर आई मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले से, यहां करीब आठ हजार आदिवासी किसानों के पट्टे निरस्त कर दिए गए हैं. इसके बाद से आदिवासी बाहुल्य धूलकोट क्षेत्र में साफ तौर पर सरकार के इस एक्शन का असर देखा जा सकता है. जिला प्रशासन और वन विभाग ने वनाधिकार अधिनियम के तहत पट्टे निरस्त करके आदिवासियों को रेड सिग्नल दे दिया है. आदिवासी बाहुल्य धूलकोट क्षेत्र में जिन आदिवासियों के पट्टे रद्द किए गए हैं, वो वहां करीब 40 साल से अधिक वर्षों से निवासरत हैं.

वन विभाग का अमला इन आदिवासी किसानों को खेती व अन्य दूसरी विकास की गतिविधि नहीं करने दे रहा है. उन्हें जल्द बेदखल करने की बात कह रहा है. जिला प्रशासन वन विभाग के इस ताजे फरमान के बाद क्षेत्र के आदिवासी शासन प्रशासन के खिलाफ लामबंद हो गए हैं.
शिवराज सिंह चौहान ने वादा किया था
गौरतलब है आदिवासियों ने कहा- तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वादा किया था 2005 के पहले काबिज सभी को पट्टे दिए जाएंगे. इस वादे के चलते क्षेत्र की जनता बीजेपी को चुनाव में प्रचंड समर्थन दे रही है. आदिवासियों का कहना है वन विभाग द्वारा बेदखली की कार्रवाई से आदिवासी भुखमरी और आत्महत्या करने को मजबूर होंगे पीड़ित आदिवासियों ने न्याय के लिए चरणबद्ध आंदोलन शुरू करने का ऐलान किया है.
पहले जिला स्तर पर रैली आंदोलन करेंगे. इसके बाद विपक्ष दल कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के साथ न्याय के लिए भोपाल जा कर राज्यपाल से अपनी फरियाद करेंगे.
जानें क्या बोले DFO
विद्या भूषण सिंह ( DFO बुरहानपुर) ने कहा कि जिला स्तरीय वन अधिकार की समितियों ने परीक्षण किया था. जिन किसान के पट्टे ऊचित नहीं पाए गए हैं, उनको निरस्त कर दिया गया है.
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