Rani Durgavati Overbridge, Jabalpur Flyover: मध्य प्रदेश की सबसे लंबी रानी दुर्गावती ओवरब्रिज का लोकार्पण केंद्रीय भूतल व परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और मुख्यमंत्री मोहन यादव ने संयुक्त रूप से किया. वर्षों से बंद पड़े इस बहुप्रतीक्षित ओवरब्रिज को लोकार्पण कार्यक्रम के बाद देखने के लिए जबलपुर की जनता बड़ी संख्या में इसे देखने पहुंची.
नवीन लाइटिंग और आकर्षक साज-सज्जा से सजे इस ओवरब्रिज पर शाम होते ही हजारों लोग परिवार सहित घूमने निकल पड़े. भीड़ इतनी बढ़ गई कि ब्रिज पर ट्रैफिक जाम की स्थिति बन गई और एंबुलेंस को भी निकलने में दिक्कत हुई.
लोगों ने ओवरब्रिज की खूबसूरती की जमकर सराहना की और इसे शहर की नई पहचान बताया. वहीं भीड़ का आलम ऐसा था कि ब्रिज पर चाट-पकौड़ी के ठेले तक लग गए और रविवार की छुट्टी को देखते हुए और अधिक भीड़ उमड़ने की संभावना जताई जा रही है.
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि यह ओवरब्रिज न केवल ट्रैफिक समस्या को कम करेगा, बल्कि शहरवासियों के लिए एक नया आकर्षण केंद्र भी बन गया है. 12 मीटर की ऊंचाई वाले फ्लाईओवर से शहर की खूबसूरती भी देखते ही बनती है.
रानी दुर्गावती फ्लाईओवर की खासियत
इस फ्लाईओवर का नाम वीरांगना रानी दुर्गावती के नाम पर रखा गया है. वहीं रानी दुर्गावती फ्लाईओवर 1150 करोड़ रुपये की लागत से बना है. इस फ्लाईओवर के खुलने के बाद अब सात किलोमीटर का सफर लगभग सात मिनट में पूरा होगा, जबकि इस दूरी को तय करने में लगभग 45 मिनट लग जाते थे. यह रेलवे लाइन के ऊपर बना देश का सबसे लंबा सिंगल स्पैन केबल-स्टे ब्रिज है. जिसकी लंबाई लगभग 385 मीटर है. आधुनिक तकनीक से निर्मित यह संरचना मजबूती और सुंदरता दोनों का उत्कृष्ट उदाहरण है. इसके अलावा परियोजना में तीन बो-स्ट्रिंग ब्रिज भी शामिल हैं- दो रानीताल और एक बलदेवबाग क्षेत्र में, जिनकी लंबाई लगभग 70 मीटर प्रत्येक है. ये ब्रिज पूरी तरह स्टील से बना हैं, जो इसकी खूबसूरती में चार चांद लग रहा है.