Jabalpur : नसबंदी के दौरान पूर्व पार्षद की हुई मौत, इलाज में लापरवाही का आरोप लगाकर परिजनों ने शव रख कर किया हंगामा

MP News : जबलपुर के एक नसबंदी शिविर में पूर्व पार्षद की नसबंदी के दौरान मौत हो गई. घटना के बाद महिला के परिजनों ने जमकर हंगामा किया और चक्काजाम कर दिया.

विज्ञापन
Read Time: 16 mins
Jabalpur : नसबंदी के दौरान पूर्व पार्षद की हुई मौत, इलाज में लापरवाही का आरोप लगाकर परिजनों ने शव रख कर किया हंगामा
लाश रखकर हंगामा करते परिजन.

Sterilization Camp Jabalpur: मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में नसबंदी करा रही पूर्व पार्षद की तबियत बिगड़ गई और फिर मौत हो गई. इस घटना के बाद परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाते हुए लाश को रखकर चक्का जाम कर दिया. यह मामला जिले के नजदीकी ग्राम पाटन के नसबंदी शिविर (sterilization camp) का है. 

लापरवाही का आरोप

जानकारी के मुताबिक़, भाजपा की पूर्व महिला पार्षद पिंकी चढ़ार पाटन गांव के नसबंदी शिविर (Sterilization camp) में जाकर नसबंदी करा रही थी. इस बीच उसकी तबियत अचानक बिगड़ गई. बताया जा रहा है कि पाटन स्वास्थ्य केंद्र के शिविर में नसबंदी के दौरान चीरा लगाने के बाद पिंकी की हालत बिगड़ गई. उसे नाजुक हालत में नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल अस्पताल (Neta ji Subhas Chandra Bose Medical College & Hospital) जबलपुर लाया गया, लेकिन मेडिकल अस्पताल में इलाज के दौरान पिंकी की मौत हो गई.

Advertisement

लापरवाही की वजह से मौत हुई

मृतका के परिजनों का आरोप है कि नसबंदी शिविर में डॉक्टरों की लापरवाही की वजह से मौत हुई है. परिजनों का आरोप है कि ऑपरेशन के पूर्व पिंकी को बेहोश नहीं किया गया था. परिजनों ने मामले की जांच कराने की मांग की है. मामला भाजपा की पूर्व पार्षद का है. इसलिए अभी कोई भी कुछ  कहने को तैयार नहीं है. परिजन सीधे  तौर पर स्वास्थ्य केंद्र पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं.

Advertisement

परिजनों ने शव रखकर किया हंगामा 

पोस्टमार्टम के बाद जब पिंकी की शव जबलपुर से वापस पाटन पहुंचा, तो पाटन स्वास्थ्य केंद्र में परिजनों ने शव रखकर जमकर हंगामा और चक्का जाम किया. परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर की लापरवाही के कारण पिंकी की मौत हुई है. परिजनों की मांग है कि एक स्वस्थ महिला की मौत पर सरकार दोषियों को निलंबित करें और पीड़ित परिवार को मुआवजा दें. 

Advertisement

ये भी पढ़ें मां ने दबाया 4 साल के बेटे का गला, बैग में भरी लाश, कनार्टक में पकड़ी गई स्टार्ट-अप कंपनी की सीईओ

SDM बोले होगी जांच 

चक्का जाम और हंगामे की खबर मिलते ही SDM मानवेंद्र सिंह ने मौके पर पहुंचकर परिजनों को समझाइश दी और कहा कि नियम अनुसार मुआवजा दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि मामले की जांच कराई जाएगी कि आखिर किसकी लापरवाही से यह मौत हुई है. मानवेंद्र सिंह ने बताया कि ऐसा लगता है कि जब नसबंदी के दौरान चीरा लगाया गया, तब पिंकी को कार्डियक अरेस्ट हो गया. उन्हें तत्काल उपचार देने का प्रयास किया गया और फिर जबलपुर मेडिकल कॉलेज भेज दिया. जहां 3 घंटे डॉक्टर ने बचाने की कोशिश की, फिर भी उनकी मौत हो गई.

ये भी पढ़ें 'हमारा देश दुनिया के सामने सीना तानकर खड़ा है', तेलंगाना में बोले पूर्व CM शिवराज सिंह चौहान