MP Latest News: मध्य प्रदेश के जबलपुर में एक 10- 12 साल की मासूम लड़की को बंधक बनाए जाने का मामला सामने आया है. जब मासूम लड़की को पड़ोसियों और कॉलोनी वासियों ने खिड़की से रोते हुए देखा. आसपास के लोगों ने पहले बच्ची को खाना दिया फिर पुलिस को खबर दी. दरअसल, आस-पास के लोग कई दिनों से लड़की को घर में बंद देख रहे थे. बच्ची की भूख मिटाने के लिए उसे बिस्कुट वगैरह भी समय-समय पर दे देते थे लेकिन जब लड़की ने हद से ज़्यादा रोना शुरू किया तब आस-पास के लोगों को शक हुआ. फिर कॉलोनी वासियों ने 100 पर फोन कर पुलिस को बुलवाया और लड़की को रिहा करवाया. लड़की अभी कुछ ज्यादा नहीं बता पा रही है. लड़की छत्तीसगढ़ की रहने वाली है जिसे किसी ने अपने घर पर काम करने के लिए जबलपुर में रखा है.
कॉलोनी के लोगों का आरोप है कि अभय गुप्ता नाम का एक व्यक्ति फैक्ट्री में काम करता है. उसने कई दिनों से एक छोटी लड़की को अपने घर में रखा हुआ है. अभय की पत्नी और नवजात बेटी भी साथ रहते है. तीनों इस बच्ची से घर के काम जैसे कि झाड़ू, पोछा भी करवाते हैं. ये लोग बच्ची को घर से बाहर निकलने नहीं देते. जब अभय का परिवार बाहर जाता है तब लड़की को घर पर ही बंद करके जाते हैं.
छत्तीसगढ़ से जबलपुर कैसे आई बच्ची?
बेहद छोटी उम्र में छत्तीसगढ़ से यह लड़की जबलपुर कैसे पहुंची और अभय गुप्ता इसे कैसे और क्यों लेकर आए...? इस पर पुलिस अभी जांच कर रही है. फिलहाल लड़की को वन स्टॉप आश्रय केंद्र में सुरक्षित रखा गया है. लड़की की उसके पिता से बात कराई गई है जो एक-दो दिन में जबलपुर पहुंचेंगे. तभी मामले का पूरा खुलासा हो सकेगा. अभी लड़की काफी ज़्यादा डरी हुई है और दहशत में कुछ भी बात करने की हालत में नहीं है. पुलिस ने थाने पहुंचने के बाद सबसे पहले उसे खाना खिलाया और फिर सुरक्षित जगह पर भेज दिया.
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विवेक गौतम CSP रांझी ने बतया कि अभी मामला प्रकाश में आया है. बच्ची की उम्र करीब 12-13 साल की है. वह अभय गुप्ता नाम के किसी शख्स के घर में रहती थी. बच्ची को थाने लेकर आया गया है. वह छत्तीसगढ़ की रहने वाली और उसके माता-पिता वहीं रहते हैं. बच्ची के घरवालों से बात हुई हैं...वो यहां के लिए निकल गए हैं. घरवालों के आने के बाद ही मामला खुल सकेगा क्योंकि बच्ची अभी कुछ बोल नहीं रही हैं. जानकारी के लिए बता दें कम उम्र के बच्चे से जबरन काम करवाना और उसे प्रताड़ना देना अपराध की श्रेणी में आता है. चाइल्ड लेबर का काम कराना एक संगीन अपराध है.
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