SDM Priya Verma Indore MP: मध्य प्रदेश प्रशासनिक सेवा की दबंग अधिकारियों में शुमार इंदौर एसडीएम प्रिया वर्मा (संयुक्त कलेक्टर प्रिया पटेल) एक बार फिर चर्चा में हैं. इस बार उन्होंने स्कूली बच्चों की जान से जुड़े गंभीर मामले में सख्त कार्रवाई कर सुर्खियां बटोरी हैं. इससे पहले साल 2020 में भाजपा नेता को थप्पड़ मारने के मामले में भी वे देशभर में चर्चा में आ चुकी हैं.
दरअसल, इंदौर उपखंड अधिकारी प्रिया वर्मा जिला कलेक्टर कार्यालय में एक बैठक के लिए जा रही थीं. इसी दौरान उन्होंने रास्ते में सड़क पर एक ई-रिक्शा में बच्चों को भेड़-बकरियों की तरह ठूंस-ठूंसकर भरा हुआ देखा. मामला बेहद गंभीर था क्योंकि वाहन पूरी तरह ओवरलोड था.
एसडीएम वर्मा ने तुरंत अपनी गाड़ी रुकवाई और ओवरलोड ई-रिक्शा को रुकवाकर जांच की. रिक्शा 7 से 8 सीटर था, जबकि उसमें 20 से 22 बच्चों को बैठाया गया था. यहां तक कि पीछे की डिक्की जैसे हिस्से में भी बच्चों को असुरक्षित तरीके से बैठाया गया था.

इंदौर SDM प्रिया पटेल ने ओवरलोड रिक्शा रोक बच्चों की जान बचाई
बच्चों को खुद के वाहन से पहुंचाया सुरक्षित स्थान तक
एसडीएम प्रिया वर्मा ने न केवल ई-रिक्शा जब्त कराया, बल्कि बच्चों को सुरक्षित तरीके से उनके गंतव्य तक पहुंचाने की व्यवस्था भी की. कुछ बच्चों को उसी रिक्शा से और कुछ को अपने सरकारी वाहन से क्रिकेट अकादमी भेजा गया. इस मामले में यातायात नियमों के उल्लंघन पर रिक्शा जब्त कर लिया गया है और चालक व संबंधित संचालक पर कार्रवाई की जा रही है.
स्कूल प्रबंधन पर भी होगी कार्रवाई
एसडीएम प्रिया वर्मा ने कहा कि इंदौर में ओवरलोड वाहनों के कारण पहले भी हादसे हो चुके हैं. बच्चों की सुरक्षा सर्वोपरि है. इस मामले में स्कूल प्रबंधन की जिम्मेदारी बनती है, इसलिए शिक्षा विभाग को पत्र लिखा जाएगा और इंदौर जिला कलेक्टर को भी पूरे मामले से अवगत कराया जाएगा. उन्होंने अभिभावकों से भी अपील की कि वे बच्चों की सुरक्षा को लेकर सतर्क रहें, लेकिन घर से स्कूल आने के बाद बच्चों को ले जाने की पूरी जिम्मेदारी स्कूल प्रबंधन की होती है.

SDM Priya Verma Indore MP
2020 में थप्पड़ कांड से आई थीं सुर्खियों में
गौरतलब है कि साल 2020 में मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के समर्थन में निकाली जा रही तिरंगा यात्रा के दौरान प्रिया वर्मा ने भाजपा नेता को ऑन कैमरा थप्पड़ मार दिया था. उस समय वे राजगढ़ में डिप्टी कलेक्टर के पद पर पदस्थ थीं. यह मामला देशभर में चर्चा का विषय बन गया था.
MPPPSC में चौथी रैंक, DSP से SDM तक का सफर
प्रिया वर्मा इंदौर के गांव मांगलिया की रहने वाली हैं. वे महेश किरण की पुत्री हैं. उन्होंने साल 2014 में MPPSC परीक्षा पास कर DSP पद हासिल किया. इसके बाद MPPSC 2017 में प्रदेश में चौथी रैंक प्राप्त कर डिप्टी कलेक्टर बनीं. वर्तमान में वे इंदौर में एसडीएम के रूप में पदस्थ हैं. उनके पति आशीष पटेल मध्य प्रदेश पुलिस में DSP हैं.
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