Indore Metro Rail: इंदौर में मेट्रो रेल दौड़ने का रास्ता साफ, सीएमआरएस ने दी हरी झंडी

Indore Metro: इंदौर में 7,500.80 करोड़ रुपये की कुल लागत वाली मेट्रो रेल परियोजना के पहले चरण की नींव 14 सितंबर 2019 को रखी गई थी. इसके तहत शहर में गोल आकार वाला करीब 31.50 किलोमीटर लम्बा मेट्रो रेल गलियारा बनाया जाना है.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
Indore Metro Rail: इंदौर मेट्रो को हरी झंडी

Indore Metro Rail: मेट्रो रेल सुरक्षा आयुक्त (CMRS) ने इंदौर की मेट्रो रेल परियोजना (Metro Rail Project Indore) को हरी झंडी दे दी है और इसके साथ ही शहर में लोक परिवहन (Public Transport) के इस आधुनिक साधन के वाणिज्यिक परिचालन का रास्ता साफ हो गया है. मध्यप्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (MPMRCL) के एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी. अधिकारी ने बताया, ‘‘सीएमआरएस ने अपने विस्तृत निरीक्षण के बाद शहर की मेट्रो रेल परियोजना को मंजूरी दे दी है. सीएमआरएस का अंतिम निरीक्षण पिछले महीने हुआ था जिसमें इस परियोजना को अलग-अलग पैमानों पर परखा गया था.'

Advertisement

पहला चरण इतना लंबा  

अधिकारी ने बताया कि शहर में पहले चरण में 5.90 किलोमीटर लम्बे सर्वोच्च प्राथमिकता वाले गलियारे पर मेट्रो रेल का वाणिज्यिक परिचालन किया जाएगा. यह गलियारा शहर के गांधी नगर स्टेशन से सुपर कॉरिडोर के स्टेशन क्रमांक-तीन तक फैला है जिस पर पांच स्टेशन हैं.

Advertisement

गजब का आइडिया! छत और पोर्च में बिखेर दी हरियाली, घर में अब महंगी और जहरीली सब्जियों की No Entry

Advertisement
अधिकारी के मुताबिक, शहर में मेट्रो रेल के स्टेशन इस तरह डिजाइन किए गए हैं कि इनके जरिये छह डिब्बों की रेल चलाई जा सकती है. उन्होंने हालांकि बताया, ‘‘शुरुआत में हम तीन डिब्बों की रेल चलाएंगे. यात्रियों की तादाद बढ़ने पर इसमें तीन और डिब्बे जोड़े जा सकते हैं.''

अधिकारी ने बताया कि मेट्रो रेल के एक डिब्बे में करीब 300 यात्री सफर कर सकते हैं जिनमें सीट पर बैठने वाले 50 लोग शामिल हैं. उन्होंने बताया कि 5.90 किलोमीटर लम्बे सर्वोच्च प्राथमिकता वाले गलियारे पर मेट्रो रेल का प्रायोगिक परीक्षण (ट्रायल रन) सितंबर 2023 में किया गया था.

तारीख तय नहीं

बहरहाल, इस गलियारे पर मेट्रो रेल का वाणिज्यिक परिचालन कब शुरू होगा, इसकी तारीख फिलहाल तय नहीं है. यह गलियारा शहर की नयी बसाहट में है जहां छितराई आबादी है. ऐसे में जानकारों का मानना है कि शुरुआत में इस मार्ग पर मेट्रो को पर्याप्त सवारियां मिलने में दिक्कतें पेश आ सकती हैं.

RCB vs DC: चिन्नास्वामी में दिल्ली vs बेंगलुरु का रोमांच, पिच रिपोर्ट से Live मैच तक क्या कहते हैं आंकड़े

राज्य के नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने दो अप्रैल को कहा था कि सर्वोच्च प्राथमिकता वाले गलियारे पर मेट्रो रेल चलाने से पहले सवारियों की संभावित संख्या का आकलन किया जाएगा. उन्होंने कहा था, ‘‘हम शहर में मेट्रो रेल चलाकर घाटा नहीं उठाना चाहते. इसलिए हम किसी तरह की जल्दबाजी में नहीं हैं.'

यह भी पढ़ें : Nursing College Sidhi: 20 करोड़ के सरकारी नर्सिंग कॉलेज में प्रवेश नहीं! CBI जांच के बाद शो-पीस बने संस्थान

यह भी पढ़ें : Fake CRPF Jawan: वर्दी पहनकर करता था चोरी! MP-UP से लेकर राजस्थान तक हुई तलाश, रेलवे पुलिस ने ऐसे दबोचा