India Rural Colloquy: गरीबी, असमानता की चुनौतियों-समृद्ध ग्रामीण MP पर मैनिट में होगी चर्चा, ये होंगे शामिल

India Rural Colloquy Bhopal: ‘मध्य प्रदेश रूरल कोलोक्वि’ का उद्देश्य मध्यप्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रो के सर्वांगीण विकास में राज्य के विभिन्न हितधारकों जैसे सरकार, समाज और बाज़ार के महत्वपूर्ण लोगों के साथ ग्रामीण आम जन विशेषकर महिलाओं और युवाओं की आवाज़ और अंतर्दृष्टि को शामिल करना है, जिससे राज्य की ग्रामीण गरीबी और असमानता पर एक वृहत चर्चा हो सके और समाधानों के प्रयासों पर संयुक्त रूप से जोर दिया जा सके.

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India Rural Colloquy 2024: भारत में ग्रामीण क्षेत्रों मे व्याप्त गरीबी और असमानता की चुनौतियों के समाधान के लिए अंतर-विषयक संवाद और व्यावहारिक विचार-विमर्श के लिए ‘इंडिया रूरल कोलोक्वि' (India Rural Colloquy) का आयोजन ट्रांसफॉर्म रूरल इंडिया (Transforming Rural India) यानी टीआरआई (TRI) द्वारा हर साल राष्ट्रीय स्तर पर किया जाता है. इस बार समृद्ध ग्रामीण मध्यप्रदेश की परिकल्पना मे प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों के सुसंगत विकास के लिए रणनीतियों पर विस्तार से चर्चा के लिए एक अगस्त को मैनिट भोपाल (MANIT Bhopal) के सभागार मे एक ‘क्षेत्रीय संगोष्ठी का आयोजन ट्रांसफॉर्म रूरल इंडिया (TRI) एवं मौलाना आजाद राष्ट्रीय तकनीकी संस्थान भोपाल (Maulana Azad National Institute of Technology, Bhopal) के संयुक्त तत्वाधान में किया जा रहा है. एनडीटीवी (NDTV) मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ इस आयोजन से जुड़ी हर अहम खबर आपका तक पहुंचाएगा. 

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कौन-कौन होंगे शामिल?

एक दिवसीय कार्यक्रम का शुभारंभ मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री (Chief Minister Madhya Pradesh) डॉ मोहन यादव (CM Mohan Yadav) द्वारा किया जाएगा तथा महिला बाल विकास विभाग की मंत्री निर्मला भूरिया एवं आदिम जाति कल्याण विभाग के मंत्री डॉ कुँवर विजय शाह विशेष अतिथि के रूप मे मार्गदर्शन प्रदान करेंगे. कार्यक्रम का समापन पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल द्वारा किया जाएगा.

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‘मध्य प्रदेश रूरल कोलोक्वि' का उद्देश्य मध्यप्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रो के सर्वांगीण विकास में राज्य के विभिन्न हितधारकों जैसे सरकार, समाज और बाज़ार के महत्वपूर्ण लोगों के साथ ग्रामीण आम जन विशेषकर महिलाओं और युवाओं की आवाज़ और अंतर्दृष्टि को शामिल करना है, जिससे राज्य की ग्रामीण गरीबी और असमानता पर एक वृहत चर्चा हो सके और समाधानों के प्रयासों पर संयुक्त रूप से जोर दिया जा सके.

इन मुद्दों पर भी होगी चर्चा

समृद्ध मध्यप्रदेश की परिकल्पना की दिशा मे चर्चा हेतु कार्यक्रम मे जल संवर्धन जैसे ज्वलंत मुद्दे पर चर्चा करने के लिए मेगसेसे अवॉर्ड से सम्मानित जलपुरुष के नाम से प्रसिद्ध राजेन्द्र सिंह को आमंत्रित किया गया है. इसके साथ ग्रामीण स्तर पर गुणवत्ता पूर्ण जीवन स्तर स्थापित करने में स्थानीय शासन की प्रभावी एवं महत्वपूर्ण भूमिका के साथ स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा एवं  बुनियादी ढांचे जैसे प्रमुख कारकों पर ध्यान केंद्रित करने एवं प्रभावी रणनीतियों की पहचान करने हेतु प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों की पैनल चर्चा करेगी, जिसमें आर परशुराम (पूर्व-मुख्य सचिव, मध्य प्रदेश शासन), मलय श्रीवास्तव (अतिरिक्त मुख्य सचिव, मध्य प्रदेश शासन), अमिताभ सिंह, निदेशक डिबेट संस्था, डॉ एचएम मिश्रा, पूर्व निदेशक, राष्ट्रीय शासन संस्थान,सु रमा पांडे (एसपीए), डॉ पुष्पेंद्र यादव, एसोसिएट प्रोफेसर, मैनिट, अनुराग द्वारी (एनडीटीवी) विशेष रूप से सहभागिता करेंगे.

इंडिया रूरल कोलोक्वि के अगले चरण मे ग्रामीण विकास को आगे बढ़ाने में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका और सतत विकास को प्राप्त करने में लैंगिक समानता के महत्व जैसे प्रमुख  मुद्दे पर चर्चा हेतु अनुराधा शंकर, आईपीएस (सेवानिवृत्त एडीजी), प्रभाल सिपाहा, आईएएस, सचिव, एमपी पीएससी, कैलाश वानखेड़े, आईएएस, अपर आयुक्त, यूएडी, पल्लवी त्रिवेदी, आईपीएस, एआईजी, ईओडब्ल्यू, हर्षिका सिंह, आईएएस (निदेशक, कौशल विभाग) सूफिया फारुकी (आयुक्त, महिला एवं बाल विकास विभाग) डॉ अंजुली जैन (मैनिट, भोपाल) एवं ज्योति रे संयुक्त रूप से भाग लेंगे.

यहां बनेगी ग्रामीण क्षेत्रों के लिए रणनीति

ट्रांसफॉर्म रूरल इंडिया की राज्य प्रमुख अलिवा दास ने बताया कि भोपाल में आयोजित होने वाला इंडिया रूरल कोलोक्वी- का मध्य प्रदेश संस्करण, प्रदेश के सर्वांगीण ग्रामीण  विकास की दिशा मे  एक ऐतिहासिक आयोजन बनने जा रहा है, जो मध्य प्रदेश में वृहद स्तर पर ग्रामीण विकास पर चर्चा के माध्यम से रणनीतियाँ तैयार करने में एक महत्वपूर्ण योगदान देगा. विविध दृष्टिकोणों और विशेषज्ञता वाले प्रदेश और देश के प्रमुख विशेषज्ञों को एक साथ लाकर मंथन हेतु इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. जिसका उद्देश्य प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों को समृद्ध तथा आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक रणनीति तैयार करना है.

आइडियाथॉन मे अनुभवी विशेषज्ञों के साथ ग्रामीण और शहरी युवाओं को विशेष रूप से अधिक संख्या मे शामिल किया जाएगा और ग्रामीण चुनौतियों का समाधान करने के लिए विशेषज्ञों के अनुभव के साथ युवाओं की अभिनव क्षमता का लाभ भी उठाया जाएगा.

इस कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीण भारत की गंभीर सामाजिक-आर्थिक चुनौतियों का समाधान करने के लिए एक वैचारिक विमर्श के माध्यम से परस्पर सहयोग को बढ़ावा देने के साथ ही, इन चुनौतियों के निराकरण हेतु विभिन्न प्रकार के समुचित प्रयासों पर एक अंतर्दृष्टि तथा एक रणनीतिक हस्तक्षेप प्रस्तुत करना है.

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