
Hemant Soni Missing in Ganga River: उत्तराखंड के ऋषिकेश में बजरंग सेतु पुल से गिरकर गंगा नदी में समाने वाले मध्य प्रदेश के निवाड़ी ज़िले के पृथ्वीपुर कस्बे के सॉफ्टवेयर इंजीनियर हेमंत सोनी और उनके परिवार की पीड़ा अब सामने आई है. पिता की मृत्यु के बाद पूरे परिवार को संभालने वाले हेमंत के लिए उनकी मां ऊषा देवी दिवाली पर सेहरा बुन रही थीं, मगर 16 अक्टूबर 2025 की रात ने परिवार को अनकहा दुख दे दिया.
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NDTV MP CG से बातचीत में हेमंत के चाचा भरत सोनी ने बताया कि हेमंत दिल्ली की एक कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में काम कर रहे थे और लंबे समय से Work From Home कर रहे थे. 16 अक्टूबर को वह ऋषिकेश में गंगा नदी में गिर गए, और अब तक उनका कोई सुराग नहीं मिला है.

SDRF के प्रयास व ड्रोन से भी तलाश
सूचना मिलते ही हेमंत के दूसरे चाचा विनोद सोनी ऋषिकेश पहुंचे और SDRF टीमों के साथ गंगा नदी में हेमंत की तलाश कर रहे हैं. ड्रोन से आठ किलोमीटर तक का इलाका भी छान मारा गया, लेकिन चार दिन बाद भी हेमंत का कोई पता नहीं चला.
हेमंत के लिए रिश्ते देखे जा रहे थे
भरत सोनी ने बताया कि हेमंत के पिता आनंद सोनी की 18 साल पहले मौत हो चुकी थी. उनकी मां ने हेमंत और तीनों बेटियों को अकेले पाला. तीनों बहनों की शादी हो चुकी है. परिवार हेमंत के लिए शादी के संभावित रिश्ते भी देख रहा था, लेकिन यह हादसा हो गया.

गंगा में कैसे हुआ हादसा?
भरत सोनी के अनुसार, दिवाली और वीकेंड की छुट्टी का लाभ उठाते हुए हेमंत अपने दोस्तों अक्षय सेठ और चचेरे भाई अमित सोनी के साथ ऋषिकेश घूमने गए थे. 16 अक्टूबर की शाम को वे लक्ष्मण झूला के पास निर्माणाधीन बजरंग सेतु पुल पर पहुंचे. हेमंत फोन पर किसी से बात कर रहे थे, इसी दौरान संतुलन बिगड़ गया और वह पुल से नीचे बहती गंगा नदी में गिर गए. भरत सोनी ने सरकार से गुहार लगाई है कि उत्तराखंड सरकार से संपर्क कर हेमंत की तलाश में तेजी लाई जाए, क्योंकि चार दिन बाद भी उनका कोई सुराग नहीं मिला है.
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