
Hemant Soni Madhya Pradesh: “मुख्यमंत्री जी! प्लीज मेरी मदद करें. मेरा भतीजा 16 अक्टूबर 2025 को उत्तराखंड के ऋषिकेश गया था. रात को बजरंग सेतु पुल से गंगा नदी में गिर गया. अब चार दिन बाद तक उसका कोई पता नहीं चल पाया है. ” यह पीड़ा मध्य प्रदेश के निवाड़ी जिले के पृथ्वीपुर कस्बे के सॉफ्टवेयर इंजीनियर हेमंत सोनी के परिवार की है, जिसे उनके चाचा भरत सोनी ने एक वीडियो के माध्यम से साझा किया है.
मध्य प्रदेश का हेमंत सोनी उत्तराखंड में गंगा नदी में समा गया है. वह अपने चचेरे भाई अमित सोनी और दोस्त अक्षय सेठ के साथ ऋषिकेश घूमने के लिए 14 अक्टूबर को पृथ्वीपुर स्थित अपने घर से निकला था. 15 अक्टूबर को दिल्ली होते हुए पहले हरिद्वार पहुंचे और वहां एक दिन रुकने के बाद 16 अक्टूबर को ऋषिकेश चले गए.

रात करीब 9 बजे हेमंत, अमित और अक्षय लक्ष्मण झूला के पास निर्माणाधीन बजरंग सेतु पुल पर पहुंचे. इसी दौरान हेमंत के पास किसी का फोन आया और वह पुल पर चलते-चलते बात करने लगा. अचानक उसका संतुलन बिगड़ गया और वह पुल से नीचे गिर गया. नीचे बहती गंगा नदी में वह कुछ देर तक नजर आया और फिर बहाव में ओझल हो गया.
मध्य प्रदेश सरकार कर रही है प्रयास

तीन बहनों का इकलौता भाई हेमंत सोनी
हेमंत के चाचा भरत सोनी ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से मदद की गुहार लगाते हुए कहा, “दिवाली के समय जब घर-घर दीपक जल रहे हैं, वहीं हमारे घर में अंधेरा है. हेमंत हमारे घर का इकलौता चिराग है. हम उसकी सुरक्षित घर वापसी चाहते हैं. सरकार चाहे तो हेलिकॉप्टर या एनडीआरएफ से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाए. बस हमें हमारा हेमंत चाहिए.”
उधर, बजरंग सेतु पुल से हेमंत सोनी के गंगा नदी में गिरने की सूचना स्थानीय पुलिस को दी गई थी. रात में ठंड और तेज बहाव के कारण बोट से तलाशी नहीं हो सकी. 17 अक्टूबर की सुबह एसडीआरएफ टीम मौके पर पहुंची और ड्रोन की मदद से आठ किलोमीटर तक सर्च ऑपरेशन चलाया गया, लेकिन हेमंत का कोई सुराग नहीं मिला. हेमंत तीन बहनों का इकलौता भाई है और उनके पिता का निधन पहले ही हो चुका है.
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