
ग्वालियर में 15 अक्टूबर क़ो आंदोलन की धमकी की पूर्व संध्या पर ग्वालियर में पुलिस ने सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक और भड़काऊ पोस्ट करने वालों के खिलाफ मंगलवार को बड़ी कार्रवाई की है. ग्वालियर पुलिस ने 55 यूजर्स को नोटिस जारी किए हैं. पुलिस ने 300 से अधिक भड़काऊ पोस्ट हटवाईं, जबकि कुछ अकाउंट के डीएक्टिवेशन की प्रक्रिया जारी है.
पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह के निर्देशानुसार, साइबर सेल जिले में लागू भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 163 का उल्लंघन करने वाले सोशल मीडिया अकाउंट्स की लगातार निगरानी कर रही है. यह धारा सार्वजनिक शांति भंग करने, समाज में वैमनस्यता फैलाने और किसी समुदाय के विरुद्ध भड़काऊ अथवा आपत्तिजनक सामग्री प्रसारित करने से संबंधित है.

साइबर सेल की निगरानी और कार्रवाई
ग्वालियर साइबर सेल की विशेष टीम पिछले कुछ सप्ताह से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे फेसबुक, एक्स (ट्विटर), इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप पर सक्रिय प्रोफाइल्स की गहन मॉनिटरिंग कर रही है. जांच के दौरान ऐसे कई अकाउंट्स पाए गए, जो भड़काऊ एवं समाज विरोधी पोस्ट डालकर सार्वजनिक शांति एवं सौहार्द को प्रभावित करने का प्रयास कर रहे थे.
55 सोशल मीडिया यूजर्स को नोटिस
पुलिस ने बताया कि अब तक साइबर सेल ग्वालियर की टीम ने 55 सोशल मीडिया यूजर्स को नोटिस जारी किया है और 300 से अधिक भड़काऊ पोस्ट हटवाई हैं. कुछ यूजर्स के अकाउंट्स को डीएक्टिवेट कराने की प्रक्रिया जारी है. पुलिस ने कहा है कि जिन व्यक्तियों को धारा 163 बीएनएस के उल्लंघन के संबंध में नोटिस जारी कर चेतावनी दी गई है कि भविष्य में इस प्रकार की गतिविधियों से दूर रहें, अन्यथा उनके विरुद्ध कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
भड़काऊ पोस्ट करने वालों पर 24 घंटे निगरानी
बताया गया साइबर एवं तकनीकी टीम द्वारा ऐसे सभी सोशल मीडिया यूजर्स पर चौबीसों घंटे निगरानी रखी जा रही है, जो बार-बार भड़काऊ अथवा आपत्तिजनक पोस्ट कर रहे हैं. टीम द्वारा इन पोस्टों को रिकॉर्ड कर साक्ष्य एकत्रित किए जा रहे हैं ताकि संबंधित यूजर्स के विरुद्ध विधिक कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके।
पुलिस ने की लोगों से यह अपील
ग्वालियर पुलिस ने लोगों से अपील भी जारी की है, जिसमें कहा है कि सोशल मीडिया अभिव्यक्ति का माध्यम है, लेकिन इसका दुरुपयोग कर किसी वर्ग, धर्म या समुदाय की भावनाओं को आहत करना या समाज में अशांति फैलाना गंभीर अपराध है. लोगों से अपील है कि सोशल मीडिया पर कोई भी पोस्ट या मैसेज साझा करने से पहले उसकी सत्यता की जांच करें. किसी भी भड़काऊ, अफवाहजनक या असत्य पोस्ट को शेयर न करें. यदि इस प्रकार की कोई संदिग्ध सामग्री दिखाई दे तो तुरंत साइबर सेल या नजदीकी थाना पुलिस को सूचित करें.