Heat Wave in Madhya Pradesh: ग्वालियर (Gwalior) सहित पूरे मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में आसमान से आग के गोले बरस रहे (Heat Wave) हैं. इन दिनों गर्मी से लोगों का जीना मुश्किल हो गया. इंसान ही नहीं पशु-पक्षी भी बेजान नजर आने लगे हैं. गर्मी और लू का कहर इस कदर है कि लोग अपने घरों में कैद हो गए हैं और बहुत जरूरी काम होने पर ही बाहर निकल रहे हैं.दिन ढलने तक शहर की मुख्य सड़कें, मार्ग व बाजार वीरान नजर आ रहे हैं. दिन-रात व्यस्त रहने वाली सड़क पर भी इक्का दुक्का लोग ही नजर आए. वहीं हमेशा भीड़ से भरे रहने वाले पर्यटन स्थलों पर भी सन्नाटा पसरा हुआ है. इतना ही नहीं इस बार गर्मी ने ग्वालियर में बीते ढाई दशक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिया है.
25 साल में सबसे ज्यादा झुलसा ग्वालियर
नौतपा लंबे अरसे बाद पहली बार इतना तप रहा है. बीते सोमवार को यहां का पारा 46.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो बीते 25 वर्षों में सबसे ज्यादा है. भले ही मौसम विभाग का यह आंकड़ा है, लेकिन ग्वालियर के लोग इससे कही ज्यादा गर्मी का ताप सहन कर रहे हैं. लोगों ने महाराज बाड़ा पर तापमान रिकॉर्ड किया तो सब चौंक पड़े. यहां का तापमान 48.9 डिग्री सेल्सियस था. इधर, मंगलवार की सुबह 9 बजे से ही पारा 39 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है. विभाग ने दोपहर तक ये पारा 47 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने का अनुमान लगाया है.
रेड अलर्ट जारी किया गया
मौसम विज्ञानियों का आकलन परेशान करने वाला है. विभाग ने आगामी दो दिनों में पूरे अंचल को रेड अलर्ट घोषित कर दिया है. विभाग के मुताबिक, ग्वालियर, शिवपुरी, भिंड, मुरैना, श्योपुर, दतिया,अशोकनगर और गुना में गर्मी और ज्यादा बढ़ने की सम्भावना है.
सड़के वीरान, पर्यटन स्थल पर पसरा सन्नाटा
गर्मी से पूरा जन जीवन ठप्प पड़ गया है. सुबह से लेकर शाम तक सड़कों पर वीरानी छाई हुई है. जिन बाजारों में दिन भर भीड़भाड़ रहती थी, वहां अब शाम तक इक्कादुक्का ग्राहक नजर आ रहे हैं. गर्मियों की छुट्टियों में पर्यटकों से गुलजार रहने वाला ग्वलियर फोर्ट, बैजाताल, मोतीमहल, वोट क्लब और चिड़िया घर तक सन्नाटा पसरा हुआ है.
वोट क्लब के संचालन से जुड़े कर्मचारी सुधीर का कहना है कि गर्मी के कारण बमुश्किल दस-पन्द्रह फीसदी ही पर्यटक आ रहे हैं. वो भी देर शाम तक आते हैं.
26 ट्रैफिक सिग्नल को पीक टाइम में ब्लिंकर किया गया
तेज गर्मी, लू और असहनीय उमस की वजह से लोग परेशान है. वहीं लोगों को इस उमस में भी ट्रैफिक सिग्नल पर एक से डेढ़ मिनट तक रुकना पड़ रहा है, जो जानलेवा साबित हो सकता है, जबकि दोपहर में सड़क खाली रहता है. ऐसे में लोगों को हीटवेव से बचाने के लिए सिग्नल सिस्टम ब्लिंकर किया गया है.
एसपी धर्मवीर सिंह ने बताया कि कलेक्टर रुचिका चौहान और सीईओ स्मार्ट सिटी नीतू माथुर के साथ बैठक की गई. इस बैठक में निर्णय लिया गया कि मंगलवार से 26 तिराहा और चौराहों पर दोपहर में 12 से 4 बजे तक ट्रैफिक लोड कम रहता है. ऐसे में लोगों को हीटवेव से बचाने के लिए इन चौराहों की सिग्नल सिस्टम ब्लिंकर पर डाल दिया जाए, जिससे वाहन धूप में रुके बगैर निकल सकेंगे. वहीं कुछ चौराहों की टाइमिंग भी कम की जाएगी.