
Ram Krishna Ashram Cyber Fraud: मध्य प्रदेश में हुए सबसे बड़े डिजिटल फ्रॉड (Digital Frad) या हाई प्रोफाइल ठगी के मामले में ग्वालियर क्राइम ब्रांच (Gwalior Crime Branch) ने बड़ी सफलता प्राप्त की है. ग्वालियर के रामकृष्ण आश्रम के अकाउंट से करोड़ों रुपये के फ्रॉड मामले में लखनऊ और आसपास के जिलों से 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों में सभी युवा लड़के हैं, जो सुनियोजित तरीके से फर्जी अकाउंट (Fake Bank Account) खोलकर साइबर ठगी को अंजाम दे रहे थे.
जांच एजेंसियों ने ठगी से जुड़े उज्जैन (Ujjain) स्थित बंधन बैंक (Bandhan Bank) के मैनेजर, महिला कैशियर सहित नागदा से 6 लोगों को भी गिरफ्तार किया था. उनसे पूछताछ में रुद्र इंटरप्राइजेज नाम की एक कंपनी का भी नाम सामने आया है, जिसका अकाउंट लखनऊ के इंडसइंड बैंक में संचालित हो रहा था.

इस तरह चला रहे थे रैकेट
इस खाते में 30 लाख रुपये की फ्रॉड राशि ट्रांसफर की गई थी. जांच में पता चला है कि ये आरोपी फर्जी आईडी और जाली दस्तावेजों के जरिये फर्जी बैंक अकाउंट खुलवाकर पूरे रैकेट को चला रहे थे. यह एक बड़ा डिजिटल फ्रॉड है, जिसमें कई अकाउंट्स का दुरुपयोग हुआ है.
इस हाई-टेक ठगी में अब तक जो सुराग मिले हैं, उनसे अंतरराज्यीय साइबर गिरोह की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है. साथ ही चैट और डिजिटल सबूतों की जांच अभी जारी है. पुलिस को मामले में आगे कई और भी नाम सामने आने की आशंका है.
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26 दिन तक रखा था डिजिटल अरेस्ट
बता दें कि साइबर ठगों ने ग्वालियर में मनी लॉन्ड्रिंग केस (Money Laundering Case) का हवाला देकर रामकृष्ण मिशन संस्था (Ramakrishna Mission Institution) के सचिव स्वामी सुप्रदिप्तानंद (Swami Supradiptananda) को 26 दिन तक डिजिटल अरेस्ट कर 2 करोड़ 52 लाख रुपये की ठगी की थी. ठगी के एक करोड़ 30 लाख रुपये इलाहाबाद स्थित इंडसइंड बैंक में एक कंपनी के खाते में और 10 लाख रुपये उज्जैन के बंधन बैंक में ट्रांसफर हुए थे.