
World Heart Day Gwalior: मध्य प्रदेश के ग्वालियर में सोमवार को विश्व हृदय दिवस (World Heart Day) अनूठे अंदाज में मनाया गया. सिविल अस्पताल हजीरा में आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में डॉक्टरों और अस्पताल स्टाफ ने न केवल हृदय स्वास्थ्य के महत्व को समझा, बल्कि तनावमुक्त जीवन और स्वस्थ खानपान अपनाने का संकल्प भी लिया. कार्यक्रम की अध्यक्षता सिविल अस्पताल के प्रभारी डॉ. प्रशांत नायक ने की, जबकि डॉ. बिंदु सिंघल ने सभी प्रतिभागियों को हार्टफुलनेस योगाभ्यास और शीतलीकरण अभ्यास कराया. मंच संचालन डॉ. रूपिंदर और समन्वय डॉ. रश्मि मिश्रा द्वारा किया गया.
इस अवसर पर उपस्थित स्टाफ और चिकित्सकों ने जीवनशैली से जुड़ी बुरी आदतों को छोड़ने की शपथ ली. सभी ने तले-भुने भोजन, अत्यधिक चीनी और नमक के सेवन से दूरी बनाने तथा नशे से बचने का वचन लिया. कार्यक्रम में यह संदेश भी दिया गया कि “हर एक धड़कन मायने रखती है, इसलिए हमें हृदय स्वास्थ्य के प्रति सजग रहना चाहिए.”
विश्व हृदय दिवस का इतिहास और महत्व
विश्व हृदय दिवस हर साल 29 सितंबर को दुनिया भर में मनाया जाता है. इसकी शुरुआत वर्ल्ड हार्ट फेडरेशन (WHF) ने वर्ष 1999 में की थी, ताकि लोगों को हृदय रोगों और उनसे बचाव के उपायों के प्रति जागरूक किया जा सके. आज हृदय संबंधी बीमारियां दुनिया में मौत का प्रमुख कारण हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, हर साल लगभग 1.8 करोड़ से अधिक लोग हृदय रोगों के कारण अपनी जान गंवाते हैं.
हृदय रोगों के प्रमुख कारण
हृदय रोगों के प्रमुख कारणों में असंतुलित आहार, धूम्रपान और शराब का सेवन, शारीरिक निष्क्रियता, अत्यधिक तनाव, मोटापा, और उच्च रक्तचाप शामिल हैं. आधुनिक जीवनशैली में बढ़ते तनाव और फास्ट फूड के सेवन ने हृदय रोगों का खतरा और बढ़ा दिया है.
हृदय को स्वस्थ रखने के उपाय
विशेषज्ञों के अनुसार, हृदय को स्वस्थ रखने के लिए नियमित योग और व्यायाम, संतुलित आहार, ताजे फल-सब्जियों का सेवन, नमक और चीनी का सीमित उपयोग, और नशे से दूरी बनाना अत्यंत आवश्यक है. साथ ही, पर्याप्त नींद, तनाव नियंत्रण और नियमित स्वास्थ्य जांच से भी हृदय को लंबे समय तक स्वस्थ रखा जा सकता है.
ग्वालियर में आयोजित यह कार्यक्रम न केवल एक औपचारिक आयोजन था, बल्कि जीवनशैली में सुधार और हृदय स्वास्थ्य की दिशा में उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम भी साबित हुआ.