9 जिला कलेक्टरों को नोटिस जारी कर 4 सप्ताह में मांगा गया जवाब, जानें क्या है मामला?

MP News: सड़क पर घूमते आवारा पशुओं को लेकर ग्वालियर खण्डपीठ ने अपने न्यायिक क्षेत्र में आने वाले 9 जिलों के कलेक्टरों को नोटिस जारी किया है और 4 सप्ताह में जवाब मांगा है.

Advertisement
Read Time: 3 mins

Dog Bite Case: ग्वालियर के सड़कों पर घूमते आवारा पशुओं की भरमार और उनके द्वारा किये जाने जानलेवा हमलों और डॉग बाइट की बढ़ती संख्या को लेकर अब कोर्ट भी सख्त नजर आ रहा है. एमपी हाईकोर्ट की ग्वालियर खण्डपीठ ने अपने न्यायिक क्षेत्र में आने वाले 9 जिलों के कलेक्टरों को इस मामले में नोटिस जारी कर 4 सप्ताह में इस मामले पर जवाब मांगा है. यह नोटिस एक जनहित याचिका पर सुनवाई के बाद देने के निर्देश दिए जिसमें जिम्मेदार अफसरों से इस समस्या की रोकथाम के लिए कड़े कदम उठाने की मांग की गई है.

याचिकाकर्ता ने डॉग बाइट केस की संख्या बताने की मांग की थी

यह याचिका एडवोकेट अवधेश भदौरिया ने वर्ष 2021 में दायर की थी. 22 सितम्बर 2021 को नोटिस जारी हुए, लेकिन उसके बाद इसे लेकर सुनवाई नहीं हुई. इसके बाद याचिकाकर्ता ने जिम्मेदार अफसरों से 2021 से अब तक हुए डॉग बाइट केस की संख्या बताने की मांग की.

Advertisement

डॉग को ह्यूमन राइट नहीं है, लेकिन उन्हें राइट टू लाइफ है

सुनवाई के दौरान याची और अन्य एडवोकेट ने कहा कि आवारा पशुओं की समस्या काफी गम्भीर है जिससे लोगों की जान खतरे में पड़ रही है. इस पर जस्टिस आनंद पाठक ने कहा कि इस केस के दो पहलू हैं. इसमे हमे जानवरों को स्थानांतरित करने के साथ  साथ इंसानों को बचाना भी है. उन्होंने कहा ध्यान रखें सिर्फ जानवरो को मारकर भगा देना इस समस्या का समाधान नहीं हो सकता. उन्हें ह्यूमन राइट नहीं है, लेकिन उन्हें राइट टू लाइफ (जीने का अधिकार ) तो है. यह भी ध्यान दें कि हमने उनके आशियाने पर अतिक्रमण कर लिया है.

Advertisement

आवारा पशुओं का शहर में आंतक

बता दें कि आवारा पशुओं को लेकर अगर ग्वालियर की ही बात करें तो सिर्फ आठ माह में ही यहां आवारा सांड के प्रहार से दो राहगीरों की जान जा चुकी है. 12 फरवरी को गोल पहाड़िया पर रहने वाले मुंशी सिंह कुशवाह पर सांड ने हमला कर दिया था, जिससे घायल होने के बाद उनकी मौत हो गई थी. इसी तरह शहर में आवारा डॉग का जबरदस्त आतंक है. हालात ये है कि यहां हर साल लगभग बीस हजार से ज्यादा राहगीर डॉग बाइट के शिकार होते है जिनमे से अनेक की जान भी चली जाती है.

Advertisement

ये भी पढ़े: रतलाम: केमिकल मिक्सिंग के दौरान मालवा ऑक्सीजन फैक्ट्री में ब्लास्ट, 4 कर्मचारी झूलसे, दो की हालत गंभीर

ये भी पढ़े: दादी-पोते की बेरहमी से पिटाई मामले में एक्शन, TI समेत 6 पुलिसकर्मी निलंबित, जानें पूरा मामला

Topics mentioned in this article