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मासूमों के पोषण पर डाका! आंगनवाडियों राशन की कालाबाजारी, पुलिस ने रंगे हाथों पकड़ा

गुना में मासूमों के पोषण पर डाका! पुलिस ने आंगनवाड़ी राशन की कालाबाजारी करते हुए एक सप्लाई कांट्रेक्टर को रंगे हाथों पकड़ा. आरोपी मिनी ट्रक में 202 कट्टे पोषण आहार बेचने ले जा रहा था.

मासूमों के पोषण पर डाका! आंगनवाडियों राशन की कालाबाजारी, पुलिस ने रंगे हाथों पकड़ा

MP Anganwadi Ration Scam: गुना जिले से बच्चों के अधिकारों से जुड़ी एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है. यहां कैंट पुलिस ने आंगनवाड़ियों में वितरित होने वाले पोषण आहार की कालाबाजारी करते हुए एक व्यक्ति को रंगे हाथों पकड़ लिया. आरोपी मिनी ट्रक में 202 कट्टे राशन लेकर उसे बेचने जा रहा था. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर वाहन और पूरा माल जब्त कर लिया है.

पुलिस को बीती रात मुखबिर से सूचना मिली थी कि एक सफेद टाटा 407 ट्रक (क्रमांक एमपी 08-3653) में आंगनवाड़ी के बच्चों के लिए भेजा गया पोषण आहार अवैध रूप से गुना से अशोकनगर ले जाया जा रहा है. सूचना मिलते ही कैंट थाना पुलिस ने ग्राम सिंगवासा के पास नाकाबंदी की. थोड़ी देर बाद संदिग्ध वाहन वहां पहुंचा, जिसे पुलिस ने रोक लिया. ट्रक की तलाशी लेने पर 202 कट्टे पोषण आहार से भरे मिले.

आरोपी निकला सप्लाई कांट्रेक्टर

पूछताछ में चालक ने अपना नाम मनोज श्रीवास्तव निवासी फुलवारी कॉलोनी गुना बताया. उसने बताया कि वह आंगनवाड़ियों में राशन सप्लाई करने का काम करता है. पूछताछ में उसने यह भी कबूल किया कि हर बार कुछ कट्टे बचाकर वह उन्हें बेच देता है. पुलिस ने तुरंत वाहन और माल जब्त कर आवश्यक वस्तु अधिनियम (E.C. Act) की धारा 3/7 के तहत मामला दर्ज किया.

जांच में सामने आई लापरवाही

मामले की जानकारी मिलने पर जिला कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल ने पूरे घटनाक्रम की जांच के निर्देश दिए. महिला एवं बाल विकास विभाग की प्रारंभिक जांच में यह पाया गया कि जब्त पोषण आहार का बैच नंबर गुना ग्रामीण परियोजना के स्टॉक से मेल खा रहा है. गोदाम और रजिस्टर में अंतर मिलने से स्पष्ट हुआ कि वितरण प्रक्रिया में गड़बड़ी की गई थी.

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कर्मचारी निलंबित, कलेक्टर ने की सख्त कार्रवाई

कलेक्टर ने इस मामले में भृत्य कृष्णपाल रघुवंशी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया. जांच में सामने आया कि गोदाम की चाबी उन्हीं के पास थी और स्टॉक में हेरफेर उनकी जानकारी में हुआ. कलेक्टर ने इसे शासकीय कर्तव्यों की गंभीर लापरवाही और वित्तीय अनियमितता मानते हुए कार्रवाई की. निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं बाल विकास, गुना कार्यालय रहेगा. पुलिस का कहना है कि मामले में और लोगों की भूमिका की जांच की जा रही है तथा दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. 

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