GST की दरों में कटौती के बाद भी बरकरार है उपभोक्ताओं की परेशानी, अब उठी ये बड़ी मांग

GST की दरों में कटौती के बाद भी इससे जुड़ी समस्याएं कम होती नजर नहीं आ रही है. नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच ने पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि दुकानदार घटे हुए कर का फायदा खुद रख रहे हैं और जनता को पुराने दामों पर ही सामान बेचा जा रहा है. पहले उपभोक्ताओं को शिकायत दर्ज कराने के लिए एंटी-प्रॉफिटरिंग जांच प्रणाली उपलब्ध थी, लेकिन अब वह भी बंद कर दी गई है. ऐसे में नागरिकों के पास अपनी समस्या दर्ज कराने का कोई मंच शेष नहीं बचा है.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins

GST की दरों में कटौती के बाद भी इससे जुड़ी समस्याएं कम होती नजर नहीं आ रही है. यही वजह  है कि मध्य प्रदेश के जबलपुर के नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच ने मंगलवार को घंटाघर पर प्रदर्शन किया. इस दौरान मंच ने सरकार से मांग की है कि जीएसटी शिकायत पोर्टल और एंटी-प्रॉफिटरिंग जांच प्रणाली को तत्काल चालू किया जाए. मंच का कहना है कि 22 सितम्बर को जीएसटी घटाए जाने के बावजूद आम नागरिकों को इसका कोई लाभ नहीं मिल रहा है.

मंच पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि दुकानदार घटे हुए कर का फायदा खुद रख रहे हैं और जनता को पुराने दामों पर ही सामान बेचा जा रहा है. पहले उपभोक्ताओं को शिकायत दर्ज कराने के लिए एंटी-प्रॉफिटरिंग जांच प्रणाली उपलब्ध थी, लेकिन अब वह भी बंद कर दी गई है. ऐसे में नागरिकों के पास अपनी समस्या दर्ज कराने का कोई मंच शेष नहीं बचा है.

इंदौर के चूहा कांड पर MY अस्पताल में घमासान, डॉक्टर्स ने सामूहिक इस्तीफे की दी चेतावनी

प्रदर्शनकारियों ने कहा कि सरकार की ओर से कर में कटौती का लाभ सीधे उपभोक्ताओं तक पहुंचना चाहिए, लेकिन शिकायत का फोरम बंद कर देने से जनता लुट रही है और व्यापारी फायदा उठा रहे हैं. इस संबंध में मंच ने ज्ञापन सौंपकर पोर्टल और एंटी-प्रॉफिटरिंग जांच प्रणाली को शीघ्र चालू करने की मांग की है.

यह भी पढ़ें- 'कुकर्मी है बाबा, बहन बेटियों पर रखता है गलत निगाह',  टाट वाले बाबा के खिलाफ लोगों ने खोला मोर्चा
 

Advertisement
Topics mentioned in this article