ऐसे कैसे चलेंगे हम स्कूल? खस्ता हाल है सरकारी स्कूल, छत के नाम पर नजर आ रहा लटका हुआ सरिया

Bad Condition of Schools: गुना में सरकारी स्कूलों का हाल बहुत खस्ता है. बच्चों की जिन्दगी हमेशा दांव पर लगी हुई है. ऐसे में बच्चों के परिजनों ने चिंता जाहिर की है.

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खस्ता हाल में है सरकारी प्राथमिक कन्या स्कूल

Guna School in Bad Condition: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के गुना जिले में स्कूलों की हालत खराब (Bad Condition Schools) हो गई है. हालात यह हो गए हैं कि बच्चों को टूटे-फूटे स्कूलों में अपना भविष्य संवारना पड़ रहा है. शिक्षक है कि कई बार शिकायत कर चुके हैं, इसके बावजूद भी स्कूल की इमारतों का मेंटेनेंस नहीं हो पा रहा है. ज्यादातर ग्रामीण अंचल पर पुरानी बिल्डिंग है, जिनमें स्कूल संचालित हो रहे हैं. उनकी हालत खस्ता हाल हो चुकी है और डर के साये में बच्चे पढ़ने को मजबूर हैं. ताजा मामला गुना जिले के चाचौड़ा विधानसभा क्षेत्र के सनी गांव का है, जहां के प्राथमिक कन्या विद्यालय में 60 से अधिक छात्राएं पढ़ने आती है. लेकिन, उन्हें स्कूल की दीवारें और छत गिरने का डर सता रहा है.

20 साल पहले हुआ था स्कूल का निर्माण

गुना में 20 साल पहले ग्राम पंचायत ने इस भवन का निर्माण किया था. वह घटिया निर्माण के चलते यह भवन अब जमीनदोज होने की कगार पर है. इसके बावजूद भी शिक्षक छात्राओं को पढ़ा रहे हैं. ग्राम पंचायत के सरपंच ने बताया कि कई बार एसडीएम से लेकर कलेक्टर जिला शिक्षा अधिकारी को भी शिकायत की गई है, लेकिन अभी तक हालात जैसी की तैसी बनी हुई है. जिसके चलते अब तेज बारिश के बाद जहरीले सांप और कीड़े मकोड़े स्कूल में अक्सर देखे जाते हैं. हालत तो यह हो गए हैं कि बड़े-बड़े सांप स्कूल के अंदर आ जाते हैं. जिससे बच्चे कई दिनों तक डरे हुए रहते हैं.

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कई बार की गई शिकायत

स्कूल में पदस्थ शिक्षकों ने बताया कि कई बार लिखित में जिला शिक्षा अधिकारी और जनप्रतिनिधियों को मामले के बारे में जानकारी दी गई, लेकिन अभी तक स्कूल भवन का पुनर्निर्माण एवं मेंटेनेंस नहीं हो सका है. जर्जर हालत में स्कूल के भवन में छात्राओं को पढ़ना पड़ रहा है. पूरे मामले में जिला कलेक्टर सत्येंद्र सिंह ने कहा कि जल्द ही निरीक्षण कर उचित कार्रवाई करेंगे और बच्चों के भविष्य से कोई खिलवाड़ ना हो, इसका ध्यान रखा जाएगा.

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