
Fruit Park in Chhatarpur: मध्य प्रदेश के छतरपुर शहर के देरी रोड पर कई वर्षों तक 12 एकड़ बंजर भूमि, जो पहले भू माफिया के कब्जे में थी, अब एक फलदार और हरियाली से भरे फ्रूट व आर्गेनिक बेजिटेबल फॉरेस्ट के रूप में विकसित हो चुकी है. इस पार्क में अमरूद, आम, नींबू समेत 18 हजार फलदार पेड़ों में फल आने लगे हैं. यह फलदार पेड़ बिना कीटनाशक और बिना रासायनिक खाद के उगाई गई है, सिर्फ देशी गोबर की खाद का इस्तेमाल किया जाता है.
सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाकर बनाया फ्रूट पार्क
अमरूद के छोटे-छोटे पेड़ों में सैकड़ों की तादाद में फल लगे हुए हैं. पार्क में हजारों पक्षी यहां अपना आशियाना बनाकर रह रहे हैं. पार्क को आबाद करने में अन्य विभागों के साथ खनिज विभाग का भी अहम योगदान है.
फ्रूट पार्क में अमरूद, आम, नींबू लुभा रही
बता दें कि 12 एकड़ शासकीय बंजर जमीन पर भू माफिया ने कब्जा किया था और वहां मकान तक बना दिए थे, लेकिन तात्कालीन कलेक्टर संदीप जीआर ने न केवल इस जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराया, बल्कि इसे एक फ्रूट पार्क बनाने का निर्णय लिया. वहीं इस पार्क के निर्माण की जिम्मेदारी खनिज विभाग को दी गई और विभागीय अधिकारियों ने इस काम को पूरे मनोयोग से अंजाम दिया.
पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना फ्रूट पार्क
पार्क में 18 हजार फलदार पौधे लगाए गए, जिन्हें इस तरह से पोषित किया गया, जैसे किसी परिवार के सदस्य की देखभाल की जाती है. इन पौधों का विकास अब पेड़ में बदल चुका है और फलने-फूलने लगे हैं. अब इस पार्क में रोजाना फल और सब्जियों की भरपूर पैदावार हो रही है, जो स्थानीय लोगों और पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन चुका है.
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