Ramnivas Rawat on Tiger Killing: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व (Bandhavgarh Tiger Reserve) में भोपाल (Bhopal) के पास रातापानी में बाघ के शव से वन विभाग (Forest Department) में हलचल मची हुई है. बाघ के शव के पोस्टमार्टम में उसके सिर में चार छेद पाए गए, जो गोली के निशान की तरह साफ नजर आते हैं. अब बाघ की खोपड़ी को बैलिस्टिक परीक्षण (ballistic testing) के लिए भेजा गया है, जिससे उसकी मौत के सही कारणों का पता लगाया जा सके. पूरे मामले को लेकर और आगे प्रदेश में बाघों की सुरक्षा को लेकर वन मंत्री रामनिवास रावत (Ramnivas Rawat) से खास बातचीत की. उन्होंने उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया.
सवाल - बांधवगढ़ में तीन सालों में 34 बाघों की मौत... अब रातापानी के पास एक बाघ के सिर पर गोलियों के निशान... ये काफी गंभीर बात है. इसके लिए आप क्या कर रहे है?
वन मंत्री - मैंने पूरी रिपोर्ट टाइगर रिजर्व को उनसे मंगाया है. एक जनवरी से लेकर अब तक कितनी मौत हुई है, इस मौत की रिपोर्ट नहीं मिली.. लेकिन, अभी मैं रिपोर्ट मांगूंगा. पोस्टमार्टम की रिपोर्ट और गोली की स्थिति से अवगत करवाएं. अगर गोली लगने से मौत हुई है, तो इसका परीक्षण कैसे किया जाए, शिकारी वहां तक पहुंच कैसे गए, इन सब बातों की जानकारी लूंगा और उचित कार्रवाई करूंगा.
सवाल - बाघों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिये क्या कदम उठाए जाएंगे और लापरवाही पर क्या कार्रवाई होगी?
वन मंत्री - बाघों की सुरक्षा के लिए कैमरा लगाने के निर्देश देंगे. कार्रवाई हम जरूर करेंगे. ये हमारा कर्तव्य है. इसकी जवाबदेही तय की जाएगी. किसकी ओर से लापरवाही बरती गयी है, उसकी भी जवाबदेही तय की जाएगी. ये चिंताजनक और गंभीर बात है.
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सवाल - 14 को शव मिला, 20 जुलाई को मुरार गांव के पास से दो संदिग्ध गिरफ्तार किए गए और उनके पास से दो बंदूकें भी जब्त की गईं. हालांकि, अभी तक उन पर बाघ की हत्या का आरोप नहीं लगाया गया है. आरोपियों की तलाश के लिए और क्या किया जा रहा है?
वन मंत्री - आसपास जितने भी गांव है. अगर जरूरत पड़ी तो गांव में बंदूकों के लाइसेंस भी चेक किए जायेंगे और निरस्त भी किये जायेंगे.
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क्या है पूरा मामला
बाघ का शव बीते 14 जुलाई को ओबेदुल्लागंज के पास मिला था. इस शव के परीक्षण के दौरान उसके तीन पंजे और तीन कैनाइन दांत गायब पाए गए. अगले दिन, जब उसकी खोपड़ी मिली, तो वन विभाग को तुरंत संदेह हुआ कि यह शिकारियों का काम हो सकता है.
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