
मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में वन विभाग और राजस्व विभाग ने शनिवार को अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई करते हुए बेशकीमती जमीन को खाली कराने के लिए अब तक की सबसे बड़ी मुहिम चलाई. इस मुहिम में 650 बीघा से ज्यादा जमीन मुक्त कराई गई. यह सरकारी जमीन शिवपुरी जिले के सतनवाड़ा वन परिक्षेत्र में वन विभाग ने बरखाड़ी और गोपलिया गांव से खाली करवाई है.
खाली करवाई गई जमीन का रकवा करीब 650 बीघा बताया गया है. दरअसल इन जमीनों पर स्थानीय दबंगों ने लंबे समय से कब्जा कर रखा था. लिहाजा, वन भूमि को अवैध कब्जे से खाली करवाया गया. अब वन प्रशासन ने इसे संरक्षित करने के प्रयास शुरू कर दिए हैं.
अब होगा स्थायी संरक्षण
यहां बताना जरूरी है कि यह वही जमीन है, जिस पर वर्ष 2023 में दो युवकों को मैला खिलाने की घटना के बाद प्रशासन की मदद से कब्जा हटाया गया था, लेकिन कुछ समय बाद अतिक्रमणकारियों ने दोबारा कब्जा कर लिया था और लगातार प्रशासन के साथ वन विभाग को चुनौती देते हुए नजर आ रहे थे. इस बार वन विभाग ने सख्ती दिखाते हुए जेसीबी मशीनों की मदद से खाई खुदवाकर बीज की बुवाई शुरू की गई थी. मौके पर पहुंचे अतिक्रमण विरोधी दस्ते ने कब्जाधारियों के कृषि यंत्र जब्त किए और एक कब्जाधारी के पास से एक उल्लू भी बरामद किया. कार्रवाई के बाद खाली कराई गई भूमि पर वृक्षारोपण और स्थायी संरक्षण की तैयारियां शुरू कर दी गई है.
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शिवपुरी जिला वन प्रशासन ने इस अतिक्रमण विरोधी सबसे बड़ी कार्रवाई बताते हुए कहा है कि आप दोबारा जमीन पर किसी तरीके से कब्जा नहीं होने दिया जाएगा. इसके इंतजाम कर लिए गए हैं.