Fertilizer Blackmailing In Maihar : महंगे दामों में किसानों को खाद बेचना व्यापारियों को महंगा पड़ गया. दरअसल, मध्य प्रदेश के मैहर जिले में ओवर रेट पर खाद बेचने वाले दो दुकानदारों के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम की धारा 3/7 का मुकदमा दर्ज हुआ है. आरोपी दुकानदारों ने टीम के पहुंचने से पहले ही दुकानों पर ताला लगाकर 365 बोरी खाद लावारिस छोड़ दी थी, जिसके बाद उप संचालक कृषि के नेतृत्व में टीम ने खाद को जब्त कर लिया. वहीं, जब्त खाद को गहवरा फार्म मैहर में भंडारित करा दिया गया था. इसके बाद रविवार को एसडीओ कृषि विष्णु त्रिपाठी ने मैहर थाने में आरोपी पवन अग्रवाल (मेसर्स पवन ट्रेडर्स) और नरोत्तम अग्रवाल (मेसर्स न्यू चंचल ट्रेडर्स) के खिलाफ प्रकरण पंजीबद्ध कराया.
मनोज कश्यप ने जब्ती की कार्रवाई
बता दें, किसान एक-एक बोरी डीएपी खाद के लिए दर-दर भटकने को मजबूर हैं. तो, वहीं मैहर में उसी खाद की कालाबाजारी व्यापारी कर रहे थे. बीते दिनों कृषि विभाग और मैहर जिला प्रशासन की टीम निरीक्षण करने पहुंची, तो खाद-बीज व्यापारियों के दुकानों के बाहर प्रशासनिक अमले को देख खाद-बीज सड़क पर ही लावारिस हालत में छोड़कर भाग निकले थे. शुक्रवार को डीडीए कृषि मनोज कश्यप ने जब्ती की कार्रवाई की थी.
दुकानदारों से पूछेंगे स्रोत
बताया जाता है कि खाद के व्यापारियों के पास उस कंपनी की भी खाद पाई गई, जिनकी ब्रिकी करने के लिए अधिकृत नहीं थे. ऐसे में अब इनके खिलाफ नोटिस जारी कर स्रोत के बारे में पता किया जाएगा. इसके बाद टीम यह पता करेगी कि जब स्टॉक पर खाद उपलब्ध थी तो पीओएस मशीन में यह स्टॉक ऑनलाइन उपलब्ध क्यों नहीं है.
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होगा क्वालिटी टेस्ट
NDTV को जानकारी देते हुए विष्णु त्रिपाठी ने बताया कि जब्त खाद के गोदाम में रखवा दिया गया. इसके संबंध में आगे की कार्रवाई राज्य स्तर से प्राप्त निर्देशों के आधार पर होगी. इसके अलावा सभी प्रकार की खादों के सैंपल जांच के लिए लैब भेजे जाएंगे, दो लॉट में सैंपल एमपी की लैब और प्रदेश के बाहर की लैब भेजा जाएगा. उस रिपोर्ट के आधार पर खाद के भविष्य का निर्णय होगा.
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