Makar Sankranti Celebrated in Gwalior: ग्वालियर में नगर निगम द्वारा बाल भवन में आयोजित मकर संक्रांति उत्सव (Makar Sankranti Festival) में प्रदेश के सामाजिक अधिकारिता, फूड प्रोसेसिंग और उद्यानिकी मंत्री नारायण सिंह कुशवाह (Narayan Singh Kushwah) और सभापति मनोज तोमर (Manoj Tomar) ने रस्सा खींचा. इसके साथ ही दोनों ने पतंग उड़ाई और खिचड़ी, मंगोड़ी का आनंद भी लिया. इस मौके पर नगर निगम आयुक्त (Municipal Corporation Commissioner Gwalior) हर्ष सिंह सहित सभी कर्मचारियों ने हिस्सेदारी ली.
स्वच्छता में मिली उपलब्धि पर किया आयोजन
इस मौके पर मंत्री नारायण सिंह कुशवाह ने कहा कि आज मकर संक्रांति के मौके पर ग्वालियर में यह कार्यक्रम रखा गया है. इसमें तमाम खुशियां जुड़ी हुई हैं. अयोध्या में प्रभु श्रीराम की भव्य मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है. दूसरा ग्वालियर नगर निगम को स्वच्छता के मामले में इस बार 36 से घटकर 16 वां स्थान प्राप्त हुआ है. इसकी खुशी मनाने के लिए नगर निगम के सभी अधिकारी और कर्मचारियों के साथ सभी स्वच्छता दूत आज मकर संक्रांति पर एक साथ एकत्रित हुए हैं. सभी पारंपरिक खेल में सहभागिता करके उत्सव मना रहे हैं. इसमें खिचड़ी और मंगौड़ी के पारंपरिक भोजन की भी व्यवस्था की गई है. आयुक्त हर्ष सिंह ने कहा कि यह उत्सव का आयोजन निगम को स्वच्छता में मिली उपलब्धि पर खुशी मनाने के लिए आज संक्रांति के अवसर पर आयोजित किया गया है.
राम मंदिर के चलते खुशी का वातावरण
सामाजिक अधिकारिता मंत्री ने राम मंदिर को लेकर कहा कि 22 जनवरी को अयोध्या में भगवान राम की मूर्ति की स्थापना नए भवन में हो रही है. बड़े पीठाधीश्वर और संत महात्माओं के सानिध्य में पीएम मोदी मूर्ति की स्थापना कर रहे हैं. इससे एक खुशी का वातावरण पूरे भारत में है. कुशवाह ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि मेरा सभी से विनम्र निवेदन है कि सभी लोग दोपहर में अपने घर में यह कार्यक्रम देखें और सभी इसे हर्षोल्लास के साथ मनाएं. बीजेपी सार्वजनिक स्थानों पर एलसीडी लगाकर इसके प्रदर्शन को देखने की व्यवस्था करेगी.
विपक्षियों पर जमकर साधा निशाना
कुशवाह ने विपक्ष द्वारा रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को प्रोपेगेंडा बताने पर तीखी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि अगर भारत के निवासी भारत की परंपरा, भारत की संस्कृति, भारत की इस सनातन भूमि को प्रोपोगंडा कहते हैं, तो यह बड़ा दुर्भाग्य है. उन लोगों ने शायद भारत में जन्म न लिया हो, क्योंकि भारत एक धार्मिक प्रवृत्ति का देश रहा है. जिसमें अनेकों संत महात्मा जन्मे हैं और आज भी कंदराओं और गुफाओं में ऐसे संत तपस्या में लीन हैं जिनकी आयु पांच-पांच सौ साल की है. कुशवाह ने कहा कि जिन्होंने भगवान राम को काल्पनिक कहा, जिन्होंने उनको लेकर अनर्गल बयान दिए, उनकी स्थिति देख लो और वही कांग्रेस की स्थिति है. यह देश सनातन लोगों का देश है.
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