DAP-NPK के लिए लाइन है लंबी... किसान परेशान, मानसून में बुआई के लिए नहीं मिल रही पर्याप्त खाद

Monsoon 2024 Update: खरीफ की फसल (Kharif ki Phasal) की बोनी की तैयारी मानसून की पहली बारिश होते ही किसानों ने चालू कर दीं हैं. इसके लिए सबसे बड़ी जरूरत डीएपी खाद की होती है. इसके लिए अशोकनगर में किसानों को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है. इसके साथ ही रतजगा करने के बाद पुलिस और अधिकारियों के रौब का सामना भी करना पड़ रहा है.

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Fertilizer Shortage in Madhya Pradesh: मानसून को देखते हुए किसान बोनी करने के लिए उत्सुक हैं लेकिन खाद की किल्लत से परेशानी हो रही है. किसानों को भोर में चार बजे से ही कतार या लाइन में लगने को मजबूर होना पड़ रहा है. भीड़ का अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि खाद के लिए टोकन बांटे जा रहे हैं. अशाेक नगर में तो किसान और तहसीलदार के बीच बहस हो गई थी जिसके बाद किसान को पुलिस के हवाले कर दिया गया. वहीं सागर जिले में बारिश का मौसम शुरू होते ही किसान सोयाबीन, मूंग, उड़द, मक्का और मूंगफली की फसलों की बोवनी की तैयारी में जुट गए हैं. लेकिन डीएपी (DAP) और एनपीके (NPK) खाद नहीं मिलने से किसान परेशान हो रहे हैं.

अशोकनगर में 25 बीघा पर मात्र 6 बोरी DAP

खरीफ की फसल (Kharif ki Phasal) की बोनी की तैयारी मानसून की पहली बारिश होते ही किसानों ने चालू कर दीं हैं. इसके लिए सबसे बड़ी जरूरत डीएपी खाद की होती है. इसके लिए अशोकनगर में किसानों को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है. इसके साथ ही रतजगा करने के बाद पुलिस और अधिकारियों के रौब का सामना भी करना पड़ रहा है. 

अशोकनगर जिले में खाद की बिकराल समस्या है और सुवह चार बजे से किसान खाद गोदाम के सामने लाइन में लग जाते हैं और घंटों बाद दस बजे कृषि विभाग के अधिकारियों के साथ नायाब तहसीलदार किसानों को टोकन बांटते हैं. उसके  बाद किसानों को 25 बीघा खेत के लिए 6 बोरी डीएपी व 2 बोरी एनपीके खाद मिलता है और यदि एनपीके नहीं लेना तो चार बोरी डीएपी किसानों को दी जाती है.

जब एनडीटीवी (NDTV) ने सरकारी खाद गोदाम पर जाकर किसानों की समस्या को जाना तो किसान बड़े ही परेशान और गुस्से में नजर आए. उन्होंने बताया कि रात को चार बजे से लाइन में लगे हैं, कोई सुनने वाला नहीं है.

कई युवाओं ने अपनी पीड़ा सुनाते हुए कहा कि अपनी पढ़ाई छोड़कर खाद के लिए लाइनों में लगे हैं और जितनी जरूरत है उसके मुताबिक काफी कम खाद की बोरी दी जा रही हैं. किसानों का यह भी कहना था कि नेता इस ओर ध्यान नहीं दे रहे और किसान लाइन में लगे हैं. कोई नेता क्यों खाद के लिए लाइन में नहीं लगा उनके यहां सीधी गाड़ी भेज दी जाती हैं.

सागर में खाद की पर्ची के लिए पुलिस थाने में दिनभर होती रही धक्का मुक्की

साग़र जिले के रहली, देवरी क्षेत्र में किसानों को फसलों के लिए खाद के संकट से जूझना पड़ रहा है. बाजार में व्यापारियों के यहां पर्याप्त मात्रा में डीएपी और यूरिया खाद का स्टॉक है, लेकिन वह महंगे दामों पर बेच रहे हैं. शासन द्वारा सेवा सहकारी समितियां के माध्यम से खाद वितरण व्यवस्था सुनिश्चित की है, लेकिन सोसायटियों द्वारा खाद का वितरण नहीं किया जा रहा है. विपणन संघ की गोदाम द्वारा नगद विक्रय व्यवस्था चालू की गई है, देवरी रहली मंडी में खाद वितरण शुरू किया गया, इसके लिए देवरी में एक किलोमीटर दूर पुलिस थाना परिसर में खाद पर्ची वितरण अव्यवस्थाओं के बीच सुबह करीब 11 बजे शुरू हुई, जबकि सुबह 9 बजे से बड़ी संख्या में क्षेत्र के किसान पुलिस थाना परिसर में पहुंचे गए थे.

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अव्यवस्थाओं का यह आलम था कि सैकड़ो किसानों के लिए एक पीओएस मशीन है, जो खाद की पर्ची बनाने का काम शुरू कराया गया, जिसमें किसान लंबी लाइनों में अपनी बारी का इंतजार करते रहे. वहीं रहली मंडी से किसानों को खाद वितरण किया जा रहा है जिसमे किसानों की सुबह से लंबी लाइन में बारी का इंतजार करते हैं.

किसान अमोल सिंह राजपूत ने बताया कि खाद की पर्ची वितरण में बहुत गड़बड़ी की जा रही है, जो लोग पहले आए हैं वह लाईन में लगे हैं और काउंटर पर अपने चाहेतों को पर्ची बना कर दी जा रही है. अनंतपुरा के किसान दुर्जन सिंह ने बताया कि वह सुबह 9 बजे से पांच बोरी डीएपी खाद के लिए लाइन में लगे हैं. किसानों ने बताएया इस भीषण गर्मी के दौरान किसानों को दिनभर लाइन में खड़ा रहना पड़ता है जहां पीने के पानी की व्यवस्था तक नहीं है.

शिवपुरी में हो गई मारपीट

शिवपुरी जिले में खाद की किल्लत के चलते किसान परेशान हैं. किसान दो-दो दिनों से खाद वितरण केंद्रों पर खड़े रहकर अपना नंबर आने का इन्तजार कर रहे हैं. ऐसी भीषण गर्मीं में खाद की चाहत में कतार में खड़े किसानों के बीच खाद पहले लेने को लेकर मारपीट भी होने लगी है. मारपीट का एक वीडियो शहर के लुधावली क्षेत्र के एक खाद गोदाम से सामने आया है, जहां खाद के लिए किसानों के बीच आपस में मारपीट हो रही है. किसान आपस में एक-दूसरे पर जमकर लात-घूंसे बरसा रहे हैं. झगड़े की मुख्य वजह यह है कि किसानों को आसानी से खाद उपलब्ध नहीं हो पा रही है. वहीं देहात थाना पुलिस ने एक पक्ष की शिकायत पर दूसरे पक्ष के तीन लोगों के खिलाफ मामला भी दर्ज किया है.

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