
Black Day : मध्य प्रदेश में बीजेपी, कांग्रेस सरकार के द्वारा पूर्व में लगाए गए आपातकाल (इमरजेंसी) का विरोध कर रही है. 25 जून को आपातकाल के 50 वर्ष पूरे हो गए. वहीं, प्रदेश समेत देशभर में बीजेपी इस मुद्दे पर कांग्रेस की जोरदार तरीके से घेराबंदी करने में जुटी हुई है. इसे 'काला दिवस' के रूप में मना रही है. वहीं, ग्वालियर पहुंचे पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने निशाना साधा है.बीजेपी पर पलटवार किया है. पटवारी ने कहा- सबसे ज्यादा बहन-बेटियों के गायब होने और अत्याचार की राजधानी बनाने के लिए काला दिवस BJP को मनाना चाहिए.
ग्वालियर पहुंचे पटवारी ने कहा कि भाजपा अपने पाप के सारे गंदे काम छुपाने का प्रयास कर रही हैं. भाजपा को 'काला दिवस' तो इस बात के लिए मनाना चाहिए कि मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा बहन बेटियां गायब हो गई. उन्होंने कहाकि दलितों पर सर्वाधिक अत्याचार की घटनाओं के कारण यह उत्पीड़न की राजधानी बन गया.
नरेंद्र मोदी ने 13 सरकारें गिरा दी- पटवारी
'काला दिवस' इसलिए मनाना चाहिए कि भाजपा नेता लगातार आम जनता को उत्पीड़ित कर रहे हैं. इसकी लंबी फेहरिस्त हैं. उन्हें इसलिए भी मनाना चाहिए कि पीएम नरेंद्र मोदी ने 13 सरकारें गिरा दी. छह सौ विधायकों की खरीद फरोख्त कर लिया.विधायक और सांसदों की मंडी लगवा दी क्या हैं काला दिवस मनाने की बात नही हैं.
इस वजह से उठाया गया था यह कदम
बता दें, पूर्व पीएम इंदिरा गांधी ने 25 जून, 1975 को इमरजेंसी की घोषणा की थी. इसकी मुख्य वजह इलाहाबाद उच्च न्यायालय का एक फैसला था, जिसने उनके चुनाव को अवैध घोषित कर दिया था. राजनीतिक जानकारों कि मानें तो देश में आंतरिक अशांति, राजनीतिक अस्थिरता और भ्रष्टाचार के आरोप भी आपातकाल लगाने के कारणों में शामिल थे.
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