मध्य प्रदेश के हरदा जिले में पुलिस ने बिजली के खंभों से तार चोरी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने एक कबाड़ी समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया, जबकि गिरोह का सरगना और बिजली कंपनी का पूर्व आउटसोर्स कर्मचारी फिलहाल फरार है. आरोपियों से करीब आठ लाख रुपए के तार और उपकरण जब्त किए गए हैं.
दरअसल, हरदा जिले में हाल के महीनों में बिजली के तार चोरी की घटनाओं में अचानक वृद्धि हुई थी. लगातार शिकायतें मिलने के बाद पुलिस ने विशेष टीम बनाकर जांच शुरू की. एएसपी अमित कुमार मिश्रा के निर्देशन में एसडीओपी शालिनी परस्ते के नेतृत्व में टीम गठित की गई. भाटपेरिया क्षेत्र में हुई हालिया चोरी की जांच में पुलिस को कुछ अहम सुराग मिले. सीसीटीवी फुटेज और साइबर सेल की मदद से टीम ने खेड़ीपुरा निवासी कबाड़ी अजीम खान को हिरासत में लिया. पूछताछ के दौरान अजीम ने अपने साथियों के नाम उजागर किए. जिसके बाद तीन अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया.
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि खंडवा जिले के पुनासा निवासी मुकेश प्रजापति इस गिरोह का मास्टरमाइंड है. वह बिजली कंपनी में आउटसोर्स कर्मचारी रह चुका है और तार चोरी की पूरी योजना बनाता था. मुकेश पहले चोरी के स्थान की रैकी करता. फिर रात के समय डीपी चेक करने के बहाने बिजली सप्लाई बंद कर दी जाती. इसके बाद गिरोह के सदस्य खंभों पर चढ़कर एल्युमिनियम तार निकाल लेते थे.
8 लाख की चोरी की सामग्री जब्त. एक आरोपी फरार
पुलिस ने आरोपियों के पास से लगभग आठ लाख रुपए मूल्य की सामग्री जब्त की है. इसमें 745 किलो और 325 किलो चोरी के तार, तीन कटर, रस्सी, तीन मोबाइल फोन और एक कार (MP 09 CL 4512) शामिल है. गिरफ्तार आरोपियों में पुनासा, खंडवा निवासी शाहरुख (30), प्रदीप (24), हरदा खेड़ीपुरा निवासी अजीम खान (30) और नर्मदानगर, खंडवा निवासी बसंत केवट (24) हैं. मुख्य आरोपी मुकेश प्रजापति अभी भी फरार है. पुलिस उसकी तलाश में जुटी है और यह भी जांच की जा रही है कि चोरी के तार किन लोगों को बेचे जाते थे.
पुलिस की जांच जारी
एएसपी अमित कुमार मिश्रा ने कहा कि गिरोह के नेटवर्क को ट्रेस किया जा रहा है. पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि चोरी का तार किन ठिकानों तक पहुंचाया जाता था. फरार आरोपी की गिरफ्तारी के बाद कई और खुलासे होने की संभावना है.