ED की इंदौर में छापेमारी, फर्जी निकली कंपनी, केस दर्ज, जानिए पूरा मामला

ED Raid in Indore: शाहरा परिवार ईडी की कई जांचों में उलझा हुआ है. एक सोसाइटी की जमीन की खरीदी-बिक्री का मामला मनीष शाहरा से जुड़ा हुआ है. दो साल पहले कोल आवंटन घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय ने रुचि ग्रुप और रेवती सीमेंट के निदेशक उमेश शाहरा की 22 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति अटैच की थी.

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ED Raid in Indore: इंदौर में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की कार्रवाई चल रही है. 19 दिसंबर गुरुवार को सुबह दिल्ली के ईडी अधिकारियों की टीम (ED Team) ने कारोबारी (Businessman) और रुचि सोया (Ruchi Soya) के पूर्व मालिक उमेश शाहरा के यहां छापामार कार्रवाई की. ईडी की टीम में 10 से ज्यादा अधिकारी थी. छापा मारने वाली टीम सुबह 6 से 7 बजे के बीच शाहरा के घर पहुंची. 2021 में उमेश शाहरा पर 58 करोड़ रुपए के लोन घोटाले (Loan Scam) को लेकर एफआईआर (FIR) हुई थी. बैंक ऑफ बड़ौदा के डीजीएम ने मई, 2021 को मेसर्स रुचि ग्लोबल लिमिटेड और उमेश शाहरा सहित अन्य के खिलाफ फर्जीवाड़े की शिकायत दर्ज करवाई थी. इसी के आधार पर यह कार्रवाई की जा रही है. इस समय शाहरा परिवार कंस्ट्रक्शन और प्रॉपर्टी का काम कर रहा है.

EOW ने दर्ज किया है केस

ईओडब्ल्यू (EOW) ने रुचि सोया इंडस्ट्रीज के मालिक कैलाश शाहरा, एक अन्य डायरेक्टर, वाणिज्यिक कर के तत्कालीन सहायक आयुक्त और महाराष्ट्र के चार दलालों के खिलाफ धोखाधड़ी और फर्जी दस्तावेज तैयार करने का केस दर्ज किया है. प्राप्त जानकारी के अनुसार आरोपियों ने फर्जी सी फॉर्म तैयार कर उनके जरिए सरकार को करीब 1 करोड़ के राजस्व का नुकसान पहुंचाया. उसके बाद 41 लाख रुपए जमा करवाए. वहीं जिन कंपनियों के नाम से सी फॉर्म जारी किए गए थे, वे भी अपने पते पर नहीं पाई गईं.

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डीएसपी का कहना है कि जब फर्म के पतों पर जांच के लिए टीम पहुंची तो फर्म वहां थी ही नहीं. इसके अलावा जिस ऋषभ ट्रेडिंग कंपनी के नाम से सी फॉर्म जारी किए थे, उस कंपनी का तो रजिस्ट्रेशन ही नहीं था.

2019 में रिजर्व बैंक की ओर से जारी की गई विलफुल डिफॉल्टर की लिस्ट में इंदौर के कारोबारी कैलाश शाहरा की रुचि सोया और मुरैना के रमेशचंद्र गर्ग की केएस ऑयल का नाम शामिल है. CBI ने 4 साल पहले उमेश शाहरा सहित उनके सहयोगियों पर 188.35 करोड़ रुपए के बैंक घोटाले में केस दर्ज किया था. उमेश शाहरा अलग-अलग मामलों में पहले भी विवादों में रहे हैं. रुचि सोया को बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि ने दिसंबर 2019 में 4350 करोड़ रुपए में खरीद लिया था.

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