धार जिला मुख्यालय से एक बेहद दुखद और चौंकाने वाली खबर सामने आई है. शहर के कोर्ट परिसर में गुरुवार सुबह मुख्य द्वार का लोहे का गेट अचानक गिर गया, जिसके नीचे दबकर एक बुजु्र्ग की दर्दनाक मौत हो गई. इस घटना ने सुरक्षा व्यवस्था और रखरखाव पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, रासमंडल के रहने वाले परसराम जाट गेट के पास से गुजर रहे थे. उसी दौरान परिसर का भारी-भरकम लोहे का मुख्य गेट अचानक उन पर आ गिरा. इस हादसे से मौके पर अफरा-तफरी मच गई. लोगों ने तुरंत लोहे के गेट को हटाया और परसराम जाट को निकालकर अस्पताल ले गए, लेकिन गंभीर चोटों के कारण उन्होंने अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया.
सरकारी परिसर में लापरवाही
हादसे के बाद कोर्ट परिसर में सुरक्षा मानकों पर सवाल उठने लगे हैं. स्थानीय नागरिकों और वकीलों का कहना है कि इतने महत्वपूर्ण सरकारी परिसर के मुख्य द्वार के रखरखाव में स्पष्ट रूप से लापरवाही बरती गई है. गेट लंबे समय से जर्जर हालत में था और इसकी मरम्मत समय पर नहीं की गई, जिसके चलते एक निर्दोष व्यक्ति को अपनी जान गंवानी पड़ी.
मौके पर पहुंची पुलिस ने गेट के गिरने के कारणों की जांच शुरू कर दी है. प्रशासनिक अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया. फिलहाल गेट की तकनीकी जांच और परिसर की सुरक्षा व्यवस्था की संपूर्ण समीक्षा के आदेश दिए गए हैं.
रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर लिया है और आगे की कार्रवाई जारी है. धार कोर्ट परिसर में हुआ यह हादसा एक बार फिर यह सवाल खड़ा करता है कि सरकारी परिसरों की सुरक्षा और रखरखाव में इतनी लापरवाहियाँ क्यों हो रही हैं, और कब तक लोग इसकी कीमत अपनी जान देकर चुकाते रहेंगे.