Dev Uthani Ekadashi 2025: मध्यप्रदेश में देवउठनी एकादशी (देवउठनी ग्यारस) का पर्व इस बार श्रद्धा और भव्यता के साथ मनाया गया. नर्मदापुरम से लेकर मैहर और हरदा तक धार्मिक कार्यक्रमों की रौनक देखने को मिली. प्रदेशभर के मंदिरों, घाटों और घरों में दीपों की पंक्तियों ने ऐसा नजारा बनाया, मानो पूरा प्रदेश भक्ति की रोशनी में नहा उठा हो. हर जिले में लोगों ने परंपरागत ढंग से पूजा-अर्चना कर भगवान विष्णु और मां तुलसी के विवाह का उत्सव मनाया.
51 हजार दीपों से जगमगाया सेठानी घाट
नर्मदापुरम में देवउठनी एकादशी और मध्यप्रदेश स्थापना दिवस के अवसर पर सेठानी घाट आस्था की रोशनी से जगमगा उठा. श्रीरामचंद्र पथ गमन न्यास द्वारा आयोजित दीपोत्सव में पूरे घाट पर 51 हजार दीप प्रज्वलित किए गए. मां नर्मदा की पूजन-अर्चना और वेदपाठी आचार्यों द्वारा की गई महाआरती ने माहौल को दिव्यता से भर दिया. इस आयोजन में राज्यसभा सांसद माया नारोलिया ने भी शिरकत की और प्रदेशवासियों को स्थापना दिवस एवं देवउठनी ग्यारस की शुभकामनाएं दीं. घाट पर हजारों श्रद्धालु दीप जलाने पहुंचे और ‘जय नर्मदे हर' के जयकारों से पूरा तट गूंज उठा.
मैहर में 51 हजार दीपों से आल्हा तलैया चमकी
मां शारदा की नगरी मैहर में भी देवउठनी ग्यारस का पर्व अनोखे अंदाज में मनाया गया. आल्हा तलैया परिसर में 51 हजार दीपों की रोशनी से पूरा क्षेत्र स्वर्गिक आभा से भर गया. कार्यक्रम की शुरुआत मां शारदा देवी की महाआरती से हुई, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने भाग लिया. आरती के दौरान ‘जय मां शारदा' के गगनभेदी नारे गूंज उठे. इस आयोजन में जिला प्रशासन, नगर पालिका और स्थानीय संस्थाओं ने संयुक्त रूप से भाग लिया. कलेक्टर रानी बाटड़, विधायक श्रीकांत चतुर्वेदी, और एसडीएम दिव्या पटेल समेत कई जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे. रोशनी के इस महासागर को देखने के लिए शहर और आसपास के क्षेत्रों से लोग उमड़ पड़े.

मैहर में देवउठनी ग्यारस की धूम.
हरदा में परंपरागत अंदाज में मनाया गया तुलसी विवाह
हरदा जिले में देवउठनी ग्यारस का पर्व पूरी पारंपरिक रीति से मनाया गया. इस दिन घर-घर में भगवान शालिग्राम और मां तुलसी का विवाह कराया गया. बाजारों में सुबह से ही गन्ने की झोपड़ियों और पूजा सामग्री की खरीदारी के लिए भीड़ लगी रही. शाम होते ही हर घर में दीये जलाकर तुलसी विवाह का उत्सव मनाया गया. इस दौरान भक्तों ने आतिशबाज़ी और भजन-संकीर्तन के साथ पर्व की खुशियां साझा कीं. मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु चार माह के शयन के बाद जागते हैं और तुलसी विवाह के साथ शुभ कार्यों का आरंभ होता है. हरदा में इस पारंपरिक आयोजन ने सामाजिक एकता और आस्था का सुंदर संदेश दिया.

हरदा जिले में घर-घर देवउठनी ग्यारस का पर्व धूमधाम से मनाया गया.