
Cough Syrup Death MP: मध्य प्रदेश में जहरीली कफ सिरप से 23 बच्चों की मौत के मामले में विपक्ष ने सरकार को घेरना तेज कर दिया है. इस हादसे पर न केवल आम जनता बल्कि विपक्षी पार्टियों में भी गहरा गुस्सा दिखाई दे रहा है.
हाल ही में कांग्रेस ने पीड़ित परिवारों और मृत बच्चों को श्रद्धांजलि देने के लिए कैंडल मार्च निकाला. इस मार्च में आम लोगों के साथ बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता भी शामिल हुए. पीड़ित परिवारों को हिम्मत देने के लिए प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भी इस घटना पर दुख जताया.
दिग्विजय सिंह ने क्या कहा?
जब उनसे पूछा गया कि कांग्रेस ने आम जनता के बीच कैंडल मार्च के माध्यम से विरोध जताया है, तो दिग्विजय सिंह ने कहा, "अभी आप आगे देखिए, आपको सब पता चल जाएगा." उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी जल्द भोपाल आ सकते हैं. साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार मृत बच्चों के आंकड़े छुपा रही है.
जीतू पटवारी ने क्या कहा?
जीतू पटवारी ने कहा, "मैं पिछले दिनों छिंदवाड़ा गया था. हर कोई परिवार खून और आंसुओं में डूबा था. उनके साथ बहुत अन्याय हुआ है." राहुल गांधी के भोपाल आने के सवाल पर उन्होंने कहा कि उनका कार्यक्रम अभी तय किया जा रहा है और तारीख फाइनल नहीं हुई है.
मध्य प्रदेश कफ सिरप केस क्या है?मध्य प्रदेश में हाल ही में एक गंभीर कफ सिरप कांड सामने आया, जिसमें छिंदवाड़ा, जबलपुर और बैतूल में 23 बच्चों की मौत हो गई. मृत बच्चों की उम्र 5 साल से कम थी और उनकी मौत लीवर और किडनी फेल होने के कारण हुई.
मुख्य कारण: जहरीला रासायनिक पदार्थ
मृत बच्चों द्वारा सेवन किया गया सिरप 'Coldrif' था, जो तमिलनाडु की एक फार्मा कंपनी द्वारा निर्मित था. इसमें डाइएथिलीन ग्लाइकोल (DEG) की मात्रा 48.6% पाई गई, जो सुरक्षित सीमा से लगभग 500 गुना अधिक है. यह रासायनिक पदार्थ आमतौर पर एंटीफ्रीज़ में पाया जाता है और अत्यधिक विषैला होता है.
कार्रवाई और गिरफ्तारी
मध्य प्रदेश पुलिस ने कंपनी के मालिक श्रीनिवासन रंगनाथन को चेन्नई से गिरफ्तार किया. उनके खिलाफ हत्या, ड्रग्स और कॉस्मेटिक्स अधिनियम के उल्लंघन और जहरखोरी जैसे गंभीर आरोप लगाए गए हैं. कंपनी की फैक्ट्री को सील कर दिया गया और महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए गए हैं.
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