MP News Today : मध्य प्रदेश परिवहन विभाग का बहु चर्चित धन कुबेर पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा का नाम प्रदेश भर में चर्चित है. वहीं, सौरभ मामले को लेकर कांग्रेस बीजेपी को घेरने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है. कभी पीसीसी चीफ जीतू पटवारी तो कभी उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे इस मुद्दे पर कोई न कोई बयान देते ही रहते हैं. अब एक बार फिर कटारे ने बीजेपी पूर्व सीएम उमा भारती के पूर्व में दिए गए बयान को दोहराते हुए सवाल खड़े किए हैं.
बुआ जी, आपके साहस को प्रणाम!
— Hemant Satyadev Katare (@HemantKatareMP) February 5, 2025
जैसा आपने कहा था कि सौरभ शर्मा तो केंचुआ है, अभी तक अजगर पकड़ में नहीं आया है। जैसे-जैसे इस गहराई में उतरेंगे, वैसे-वैसे महा-अपराधी सतह पर आते जाएंगे।
तत्कालीन परिवहन मंत्री भूपेंद्र सिंह जी द्वारा इस भ्रष्टाचार के केंचुए को जन्म दिया गया था और… pic.twitter.com/Ot89KoNTiz
उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे की X पर पोस्ट कर लिखा- बुआ जी, आपके साहस को प्रणाम !
जैसा आपने कहा था कि सौरभ शर्मा तो केंचुआ है, अभी तक अजगर पकड़ में नहीं आया है. जैसे-जैसे इस गहराई में उतरेंगे, वैसे-वैसे महा-अपराधी सतह पर आते जाएंगे. तत्कालीन परिवहन मंत्री भूपेंद्र सिंह द्वारा इस भ्रष्टाचार के केंचुए को जन्म दिया गया था, और इसके प्रमाण भी मैंने सार्वजनिक किए थे. लेकिन अब तक उनके ऊपर जांच एजेंसी द्वारा कोई भी अपराध दर्ज नहीं किया गया. वहीं, अब तो भ्रष्टाचार की गठरी का मुंह बांधने की तैयारी पूरी हो चुकी है. बस आखिरी गांठ कसने की देरी है, ताकि बड़े चेहरों को बचाया जा सके. आपसे आग्रह है कि मध्य प्रदेश की सरकार को समझाएं कि जांच तभी साकार होगी जब सौरभ शर्मा को परिवहन विभाग में लाने वाले अजगरौं पर कार्रवाई की जाएगी !
'सौरभ शर्मा की फर्जी अनुकंपा नियुक्ति हुई थी'
अगर सच में इस मामले की गहराई में जाकर जांच करनी है, तो शुरुआत वहीं से होनी चाहिए, जहां से सौरभ शर्मा की फर्जी अनुकंपा नियुक्ति हुई थी. स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी के आश्रित को परिवहन विभाग में किसने और कैसे नियुक्त किया? जांच की असली गहराई वहीं है !
जानें उमा ने क्या कहा था
पांच फरवरी को बीजेपी नेत्री उमा भारती ने X पर लिखा था कि चेक पोस्ट घोटाले के आरोपी पकड़े गए हैं. अगर जांच में कहीं यह साबित होता है कि इन्होंने अकेले ही यह घोटाले किए हैं तो फिर गहराई में जाने पर यह घोटाला एक गंभीर मसला हो सकता है.
एक अन्य पोस्ट पर उमा लिखती हैं कि जो जांच एजेंसियां जांच में लगी हैं, उनकी दक्षता एवं निष्पक्षता पर लोगों को विश्वास है. अब उन जांच एजेंसियों के लिए यह परीक्षा की घड़ी है कि वह यह बात कहीं खत्म कर देते हैं या गहराई में जाकर के असली महा अपराधियों को पकड़ कर, प्रमाण जुटा कर उन्हें कठोरतम दंड दिला लेते हैं.
दूसरे दिन भी सेंट्रल जेल में ईडी की पूछताछ जारी
वहीं, भोपाल से सौरभ शर्मा वाले मामले पर अपडेट ये है कि आज दूसरे दिन भी ईडी की टीम केंद्रीय जेल में पूछताछ कर रही है. सौरभ,शरद, चेतन तीनों से पूछताछ के लिये आवेदन दिया गया था. बुधवार को करीब 6 घंटे ईडी की टीम ने पूछताछ की थी. करोड़ों रुपये की काली कमाई, सोना, चांदी, नकदी से जुड़े सवाल भी किए गए हैं. इससे पहले लोकायुक्त की टीम छह दिनों तक सौरभ से पूछताछ कर चुकी है.
ग्वालियर में अकूत संपत्ति की तलाश जारी
आरटीओ आरक्षक की नौकरी छोड़ परिवहन विभाग की काली कमाई से धन कुबेर बना सौरभ शर्मा भले ही गिरफ्तार होकर जेल चला गया हो, लेकिन उसकी काली कमाई की तलाश अभी जारी है. ग्वालियर के रहने वाले सौरभ की इसी इलाके में काफी नामी और बेनामी संपत्ति होने की उम्मीद है. इसके चलते यहां उसकी संपत्ति तलाशने की शुरुआत हो गई हैं.
लोकायुक्त पुलिस भोपाल ने सौरभ शर्मा की संपत्तियों की जांच शुरू कर ग्वालियर पंजीयन विभाग को पत्र भेजकर जानकारी मांगी है. ग्वालियर में उसकी और उसके परिजनों की संपत्ति कहां-कहां है, इसका भी पता किया जा रहा है. वहीं, उप पंजीयक अपने रिकॉर्ड में सौरभ शर्मा की संपत्तियों की तलाश में जुट गए.
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