MP News in Hindi : सतना जिले की स्वास्थ्य सेवाओं का भगवान ही मालिक है. गांव के इलाकों में खोले गए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में केवल ताला खुल रहा है, लेकिन मरीजों को इलाज की सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं. इसी तरह के एक PHC (Primary Health Care) की पोल कलेक्टर अनुराग वर्मा के निरीक्षण से खुल गई. दरअसल, कलेक्टर अनुराग वर्मा शुक्रवार को नागौद विकासखंड के PHC सिंहपुर का जायज़ा लेने पहुंच गए. इस दौरान कलेक्टर के पहुंचने पर पता चला कि केंद्र में एक नर्स के अलावा बाकी का स्टाफ गायब था. कलेक्टर के पहुंचने के तुरंत बाद CMHO डॉ. एलके तिवारी ने यहां पदस्थ डॉक्टर रोहित गुप्ता को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है.
सात में से सिर्फ एक स्टाफ मौजूद
सिंहपुर PHC में कुल सात लोगों की पोस्टिंग है, जिसमें से एक डॉक्टर रोहित गुप्ता हैं. रोहित गुप्ता को निर्देश है कि वह बिना ज़रूरी काम के अपना मुख्यालय नहीं छोड़ें, इसके बावजूद वह अक्सर गायब रहते हैं. ऐसे में पिछले दिनों सिंहपुर पंचायत के सरपंच की तरफ से CM हेल्पलाइन में भी मामले की शिकायत की गई थी. सरपंच की शिकायत के बाद भी स्वास्थ्य विभाग ने कोई सुधार नहीं किया, जिसके बाद कलेक्टर जायज़ा लेने पहुंचे. कलेक्टर के पहुंचने के बाद तुरंत नोटिसों का दौर शुरू हो गया.
इलाज न मिलने से गांव के लोग परेशान
सिंहपुर ग्राम पंचायत में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बने हुए हैं... जो नर्सों के भरोसे ही चलता है. डॉक्टर कभी-कभार आकर हाजिरी दर्ज कराते हैं. ऐसे में सामान्य बीमारी होने पर भी लोगों को या तो झोलाछाप डॉक्टर का सहारा लेना पड़ता है या फिर नागौद अस्पताल का रुख करना पड़ता है. गांव वालों की परेशानी को देखते हुए सरपंच की तरफ से शिकायत की गई थी. अब देखना होगा कि कलेक्टर के दौरे के बाद कोई सुधार होता है या फिर यहां की स्वास्थ्य सेवाएं ऐसे ही लडखड़ाकर चलती रहती हैं.
ये भी पढ़ें :
बॉस ने किया रेप तो लड़की ने ऑफिस में की खुदकुशी... WhatsApp ने खोले राज
CMHO ने डॉक्टर को थमाया नोटिस
कलेक्टर के पहुंचने के तुरंत बाद CMHO डॉ. एलके तिवारी ने डॉक्टर रोहित गुप्ता को कारण बताओ नोटिस जारी किया और जवाब तलब किया है. अब यह देखना होगा कि इस खुलासे के बाद स्वास्थ्य सेवाओं में कोई सुधार होता है या नहीं.
ये भी पढ़ें :
कत्ल या फिर आत्महत्या ! फंदे पर चौकीदार की लाश मिलने से मचा हड़कंप